बेंगलुरु। टेक सिटी के नाम से मशहूर बेंगलुरु इस समय भारी बारिश और जलभराव की मार झेल रहा है। बीते 24 घंटों से जारी मूसलाधार बारिश के चलते शहर के कई हिस्सों में सड़कें पानी में डूब गई हैं और कई घरों में पानी घुस गया है। कर्नाटक सरकार ने स्थिति को गंभीर मानते हुए प्रशासन को निर्देश दिया है कि राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाई जाए। प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
किन इलाकों में है सबसे ज्यादा असर?
कोरमंगला, माराठाहल्ली, वाइटफील्ड और हेलालुरु जैसे रिहायशी और आईटी हब वाले इलाके सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। निचले इलाकों में पानी का स्तर 2-3 फीट तक पहुंच गया है, जिससे वाहन पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। एक प्राचीन मंदिर में भी पानी भर गया, जिससे पूजा-पाठ ठप हो गया है।
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प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?
बीडीए, बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) और NDRF की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं।पंपिंग मशीनें, बोट्स और राहत शिविर की व्यवस्था की जा रही है। प्रभावित परिवारों को फूड पैकेट, मेडिकल सहायता और टेम्पररी शेल्टर उपलब्ध कराया जा रहा है।
लोगों ने सोशल मीडिया पर जताई चिंता
लोगों ने ट्विटर और इंस्टाग्राम पर बारिश और जलभराव की तस्वीरें साझा की हैं। कई लोगों ने शहर की जल निकासी व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं और सरकार से स्थायी समाधान की मांग की है। कर्नाटक सरकार का बयान राज्य सरकार ने कहा है प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं और लोगों को हर संभव मदद दी जाएगी।
स्मार्ट सिटी को चाहिए स्मार्ट समाधान
बारिश और जलभराव ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हमारी महानगरों की इंफ्रास्ट्रक्चर व्यवस्था वाकई तैयार है? बेंगलुरु जैसी आधुनिक नगरी को जलभराव से निजात दिलाने के लिए दीर्घकालिक योजना जरूरी है।
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