केनिंगटन ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे टेस्ट सीरीज के अंतिम मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम की पहली पारी दूसरे दिन मात्र 224 रनों पर सिमट गई। पहले दिन 64 ओवरों तक बल्लेबाजी करने वाली भारतीय टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 204 रन बनाए थे, लेकिन दूसरे दिन का खेल शुरू होने के बाद महज 34 गेंदों में बाकी बचे चार विकेट भी गंवा दिए। इस दौरान तेज गेंदबाज आकाश दीप बिना खाता खोले नाबाद रहे, जबकि मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा भी शून्य पर आउट हो गए। वाशिंगटन सुंदर ने 26 रनों की उपयोगी पारी खेली, वहीं करुण नायर ने 57 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेलकर भारतीय पारी को संभालने की कोशिश की।
करुण नायर और साई सुदर्शन की अहम पारियां
भारतीय बल्लेबाजी में करुण नायर ने सबसे अधिक 57 रन बनाए, जो इस पारी का सर्वोच्च स्कोर रहा। उनकी यह पारी मुश्किल परिस्थितियों में भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण थी। दूसरी ओर, साई सुदर्शन ने धैर्य और तकनीक का प्रदर्शन करते हुए 108 गेंदों में 6 चौकों की मदद से 38 रन जोड़े। हालांकि, वह अपनी पारी को और आगे नहीं बढ़ा सके। वाशिंगटन सुंदर ने 26 रनों का योगदान दिया, जबकि विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने 19 रन बनाए। कप्तान शुभमन गिल 21 रन और केएल राहुल 14 रन बनाकर पवेलियन लौटे। पिछले मुकाबले में शतक जड़ने वाले रविंद्र जडेजा इस बार केवल 9 रन ही बना सके। भारतीय बल्लेबाजी इकाई इंग्लैंड के गेंदबाजों के सामने पूरी तरह से बिखर गई।
यह भी पढ़ें : यशस्वी जायसवाल की फॉर्म पर गावस्कर की चिंता, बताई तकनीकी कमजोरी
इंग्लैंड की गेंदबाजी: गस एटकिंसन का कहर
इंग्लैंड की गेंदबाजी इस मुकाबले में बेहद प्रभावी रही। गस एटकिंसन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 21.4 ओवरों में 8 मेडन फेंके और केवल 33 रन देकर 5 महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए। उनकी सटीक लाइन और लेंथ ने भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। जोश टॉन्ग ने भी 16 ओवरों में 57 रन देकर 3 विकेट लिए, जिसने भारतीय मध्यक्रम को तहस-नहस कर दिया। क्रिस वोक्स ने 14 ओवरों में 46 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया। इंग्लैंड के गेंदबाजों की अनुशासित गेंदबाजी और रणनीति ने भारतीय बल्लेबाजी को पूरी तरह से दबाव में रखा।
सीरीज का महत्व और आगे की राह
यह टेस्ट मैच भारत और इंग्लैंड दोनों के लिए सीरीज के लिहाज से बेहद अहम है। भारतीय टीम को इस नाजुक स्थिति से उबरने के लिए गेंदबाजी में कमाल दिखाना होगा। दूसरी ओर, इंग्लैंड की टीम इस बढ़त का फायदा उठाकर अपनी स्थिति को और मजबूत करने की कोशिश करेगी। भारतीय प्रशंसकों को उम्मीद होगी कि उनकी गेंदबाजी इकाई इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बनाकर मैच में वापसी करेगी।
संबंधित पोस्ट
चेतेश्वर पुजारा ने लिया संन्यास: भारतीय टेस्ट क्रिकेट का एक युग समाप्त
अजिंक्य रहाणे ने छोड़ी मुंबई रणजी टीम की कप्तानी, युवाओं को मिलेगा मौका
जसप्रीत बुमराह: भारत का हीरा, आलोचनाओं पर कैफ का करारा जवाब