बाढ़ की स्थिति के कारण डिनर पार्टी रद्द
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को अपने आवास पर आयोजित होने वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सांसदों की डिनर पार्टी को रद्द कर दिया है। यह निर्णय देश के कई हिस्सों, विशेष रूप से पंजाब में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए लिया गया है। इस डिनर पार्टी का आयोजन आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों के लिए किया जाना था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित एनडीए के प्रमुख नेता शामिल होने वाले थे। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए जेपी नड्डा ने इस आयोजन को स्थगित करने का फैसला किया, ताकि सरकार और गठबंधन का ध्यान राहत और बचाव कार्यों पर केंद्रित रहे।
उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां
9 सितंबर, 2025 को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ब्लॉक ने अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार चुना है, जबकि ‘इंडिया’ ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है। यह चुनाव पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद हो रहा है, जिन्होंने 21 जुलाई, 2025 की रात को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। इस इस्तीफे ने राजनीतिक गलियारों में नई हलचल पैदा कर दी थी।
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एनडीए की मजबूत स्थिति
उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की स्थिति काफी मजबूत दिख रही है। वर्तमान में लोकसभा में 543 सांसद और राज्यसभा में 245 में से 233 सांसद हैं। भाजपा के पास लोकसभा में 240 और राज्यसभा में 102 सांसद हैं। इसके अलावा, वाईएसआरसीपी (11 सांसद) ने एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा की है, जिससे राधाकृष्णन के समर्थन में कुल 433 सांसदों का समर्थन प्राप्त हो गया है। यह संख्या स्पष्ट रूप से बहुमत के लिए पर्याप्त है। दूसरी ओर, ‘इंडिया’ ब्लॉक के पास लोकसभा में 235 और राज्यसभा में 77 सांसद हैं, जिसकी संयुक्त संख्या 312 है। यदि आम आदमी पार्टी (11 सांसद) उनका समर्थन करती है, तो उनकी कुल संख्या 325 तक पहुंच सकती है, जो फिर भी एनडीए से पीछे है।
चुनाव का महत्व और भविष्य
उपराष्ट्रपति चुनाव न केवल संसदीय गणित का खेल है, बल्कि यह राजनीतिक गठबंधनों की ताकत को भी दर्शाता है। एनडीए की मजबूत स्थिति और विपक्ष के रणनीतिक प्रयासों के बीच यह चुनाव देश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। जेपी नड्डा का डिनर पार्टी रद्द करने का निर्णय न केवल आपदा प्रबंधन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि एनडीए प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशील है। जैसे-जैसे 9 सितंबर नजदीक आ रहा है, सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या विपक्ष कोई नया दांव खेल पाएगा या एनडीए अपनी बढ़त को कायम रखेगा।
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