November 18, 2025

एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मुकाबला विवादित फैंस का बहिष्कार, सोशल मीडिया में गुस्सा

एशिया कप में भारत और पाकिस्तान का मुकाबला इस बार विवादों के घेरे में आ गया है। कई भारतीय क्रिकेट फैंस ने इस मैच का बहिष्कार कर दिया है। यह बहिष्कार विशेष रूप से उस समय सामने आया है जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लोगों की भावनाएं और गहरी हो गई हैं। फैंस का कहना है कि आतंकवादी हमलों के कुछ महीनों बाद पाकिस्तान से खेलना शहीदों और उनके परिवारों का अपमान है।

BCCI का फैसला और सरकार की नीति

बीसीसीआई ने इस विवाद के बीच सरकार की नीति के अनुरूप मैच खेलने का निर्णय लिया है। भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह पाकिस्तान के साथ किसी भी द्विपक्षीय सीरीज़ में हिस्सा नहीं लेगी। हालांकि, बहुपक्षीय टूर्नामेंट जैसे एशिया कप में खेलना अनिवार्य है। इस नीति का मकसद खेल और राजनीति के बीच संतुलन बनाए रखना है, ताकि खिलाड़ियों को खेलने का अवसर मिले और टूर्नामेंट का फेयर प्ले बना रहे।

सोशल मीडिया में फैंस का गुस्सा

सोशल मीडिया पर इस मैच को लेकर भारी विरोध और गुस्सा देखने को मिल रहा है। कई लोग ट्वीट और पोस्ट में कह रहे हैं कि शहीदों और उनके परिवारों के प्रति सम्मान बनाए रखना जरूरी है। कुछ लोगों का मानना है कि खेल भावना के नाम पर यह फैसला गलत संदेश देता है। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #BoycottIndiaVsPakistan जैसे हैशटैग्स ट्रेंड कर रहे हैं।

क्रिकेट और भावनाएं एक जटिल मुद्दा

भारत-पाकिस्तान मुकाबले हमेशा भावनाओं और रोमांच का केंद्र रहे हैं। लेकिन इस बार विवाद का कारण सिर्फ खेल नहीं, बल्कि सुरक्षा और राष्ट्रभक्ति की भावनाएं भी हैं। खेल और राजनीति का यह मिश्रण कई लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है। खिलाड़ी मैदान पर अपनी बेहतरीन प्रदर्शन दे रहे हैं, लेकिन दर्शकों और फैंस की भावनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

बीसीसीआई और खिलाड़ियों की भूमिका


बीसीसीआई का कहना है कि खिलाड़ियों को केवल खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। भारत के खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में देश का गौरव बढ़ाने के लिए मैदान में उतरेंगे। हालांकि, अधिकारियों को फैंस की भावनाओं को समझते हुए सुरक्षा और संयम बरतने की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि मैच शांतिपूर्ण तरीके से खेला जाए और किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो।

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