October 13, 2025

महिला टीम इंडिया बनाम पाकिस्तान: नो-हैंडशेक पॉलिसी अपनाई

महिला विश्व कप 2025 के अहम मुकाबले में भारत और पाकिस्तान आमने-सामने होंगे। इस मैच से पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है – नो-हैंडशेक पॉलिसी। BCCI के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, यह निर्णय सरकार और बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुरूप लिया गया है। इसका मतलब है कि मैच के दौरान पारंपरिक हैंडशेक नहीं होंगे, मैच रेफरी के साथ फोटोशूट नहीं होगा और मैच खत्म होने के बाद भी खिलाड़ी हाथ नहीं मिलाएंगी।

यह नीति पुरुष क्रिकेट टीम के लिए पहले से लागू है और अब महिला टीम ने इसे फॉलो करने का निर्णय लिया है। यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव और हाल ही में हुए विवाद के बाद उठाया गया है।

यह नीति पुरुष क्रिकेट टीम के लिए पहले से लागू है और अब महिला टीम ने इसे फॉलो करने का निर्णय लिया है। यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव और हाल ही में हुए विवाद के बाद उठाया गया है।

ट्रॉफी विवाद और बढ़ा तनाव

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख मोहसिन नकवी द्वारा दुबई में विजेता ट्रॉफी सौर्यकुमार यादव को न सौंपने के बाद भारत-पाक क्रिकेट संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं। इस घटना के बाद से BCCI ने स्पष्ट कर दिया कि टीम इंडिया किसी भी तरह के अनावश्यक राजनीतिक और भावनात्मक विवाद में फंसने के बजाय, खेल को प्राथमिकता देगी।

इस निर्णय से यह भी संदेश गया कि भारत की टीम खेल को सम्मान और राष्ट्रीय भावना के साथ खेलेगी। महिला क्रिकेट में यह कदम अनुशासन, राष्ट्रीय भावना और टीम की ठोस रणनीति का प्रतीक है।

नो-हैंडशेक नीति का महत्व

नो-हैंडशेक नीति केवल एक तकनीकी या पारंपरिक कदम नहीं है। यह नीति टीम की भावनाओं, राष्ट्रीय भावना और खेल की गरिमा को बनाए रखने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। इसमें खिलाड़ियों के मनोबल, रणनीति और टीम की एकता को मजबूत करने की कोशिश की गई है।

इस नीति के तहत:

  • मैच शुरू होने से पहले कोई हैंडशेक नहीं।
  • मैच रेफरी के साथ फोटोशूट नहीं।
  • मैच खत्म होने के बाद भी हैंडशेक नहीं।

महिला टीम का स्पष्ट संदेश

भारतीय महिला क्रिकेट टीम का यह निर्णय साफ संदेश देता है कि खेल में अनुशासन, राष्ट्रीय गर्व और सम्मान सर्वोपरि हैं। टीम न केवल अपनी खेल क्षमता से बल्कि अपने निर्णायक और सामूहिक व्यवहार से भी उदाहरण पेश कर रही है।

इस नीति से भारतीय महिला टीम ने यह भी बताया कि वे किसी भी विवाद या राजनीतिक तनाव से प्रभावित नहीं होंगी और खेल को प्राथमिकता देंगी। महिला क्रिकेट में यह कदम वैश्विक मंच पर टीम की मजबूती और आत्मविश्वास को दिखाता है।

भारत-पाक महिला क्रिकेट मुकाबला न केवल खेल का महाकाव्य है, बल्कि यह राष्ट्रीय भावना और टीम की मानसिक मजबूती का भी प्रतीक है। नो-हैंडशेक नीति से यह स्पष्ट हो गया है कि भारतीय महिला टीम अनुशासित, रणनीतिक और देशभक्तिपूर्ण तरीके से खेल में उतर रही है।

Share