बंगाल में मैनचेस्टर सिटी का स्पोर्ट्स स्कूल, राज्य के खेल क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की पहल

पश्चिम बंगाल के खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि इंग्लिश प्रीमियर लीग के मौजूदा चैंपियन मैनचेस्टर सिटी ने बंगाल में एक खेल स्कूल स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह पहल राज्य के खेल जगत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगी।

खेलों के प्रति बंगाल का बढ़ता रुझान

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घोषणा के दौरान पश्चिम बंगाल में खेलों के प्रति प्रेम और उत्साह पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह सहयोग बंगाल के खेल पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत करेगा और युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग और संसाधन उपलब्ध कराएगा।

कोलकाता में मैनचेस्टर सिटी फुटबॉल स्कूल

सितंबर 2024 में मैनचेस्टर सिटी ने टेक्नो इंडिया ग्रुप के साथ साझेदारी में कोलकाता में भारत का पहला मैनचेस्टर सिटी फुटबॉल स्कूल खोलने की घोषणा की थी। यह स्कूल छात्रों को फुटबॉल की विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करेगा और उन्हें प्रीमियर लीग चैंपियन क्लब के कोचिंग दर्शन एवं रणनीतियों से प्रशिक्षित करेगा।

विशेषज्ञ प्रशिक्षकों से मिलेगा प्रशिक्षण

इस स्कूल में मैनचेस्टर सिटी के आधिकारिक प्रशिक्षक (कोच) विशेष रूप से कोलकाता में स्थानांतरित होकर एक विशिष्ट फुटबॉल कार्यक्रम प्रदान करेंगे। इससे छात्रों को यूरोपीय मानकों की ट्रेनिंग मिलेगी और वे अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल के लिए तैयार हो सकेंगे।

सिटी फुटबॉल ग्रुप की प्रतिबद्धता

पिछले साल की घोषणा के दौरान, सिटी फुटबॉल ग्रुप की फुटबॉल शिक्षा, मनोरंजन और पार्टनर क्लब की प्रबंध निदेशक, जॉर्गिना बुस्केट्स ने कहा था । हम टेक्नो इंडिया ग्रुप के साथ मिलकर कोलकाता में अपना पहला मैनचेस्टर सिटी फुटबॉल स्कूल खोलकर बेहद खुश हैं। टेक्नो इंडिया ग्रुप पश्चिम बंगाल में शिक्षा और युवा विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, और यह सहयोग निश्चित रूप से स्थानीय फुटबॉल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।

बंगाल के युवा खिलाड़ियों के लिए बड़ा अवसर

इस स्पोर्ट्स स्कूल की स्थापना से बंगाल के युवा फुटबॉल खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने और बड़े क्लबों में खेलने का अवसर मिल सकता है। यह पहल भारत में फुटबॉल को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होगी और बंगाल को एक प्रमुख खेल हब के रूप में उभरने का मौका देगी।

यह कदम न केवल राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा देगा   बल्कि युवाओं को खेल के माध्यम से करियर बनाने का सुनहरा अवसर भी प्रदान करेगा। बंगाल के खेल प्रेमियों को अब भविष्य में कई रोमांचक फुटबॉल प्रतिभाएं देखने को मिल सकती हैं!

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