सीकर, राजस्थान: निर्जला एकादशी के पावन अवसर पर शुक्रवार को सीकर जिले के खाटूश्याम मंदिर में बाबा श्याम के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। भीषण गर्मी और लंबे जाम के बावजूद भक्तों की आस्था में कोई कमी नहीं दिखी। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी, जो दिनभर जारी रही। अनुमान है कि इस दिन लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन कर चुके हैं।
राजस्थान में प्रचंड गर्मी का दौर जारी है, लेकिन खाटूश्याम मंदिर में भक्तों का जोश और उत्साह देखते ही बनता है। सुबह से ही श्रद्धालु खाटू पहुंचने लगे थे, और यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। भक्तों की भारी भीड़ के कारण मंदिर की ओर आने वाले मार्गों पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया। मंडा रोड और हनुमानपुरा मोड़ पर करीब दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया। वाहनों के आमने-सामने आने से स्थिति और जटिल हो गई, लेकिन मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने यातायात व्यवस्था को सुचारू करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
मंदिर प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए। करीब 1500 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया ताकि व्यवस्था सुचारू रहे और भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। मंदिर परिसर में पीने के पानी की व्यवस्था के साथ-साथ गर्मी से राहत देने के लिए स्प्रिंकलर सिस्टम भी लगाया गया। ये इंतजाम भक्तों के लिए राहतकारी साबित हुए, जिन्हें घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ा।
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भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने वीआईपी दर्शन की व्यवस्था को पूरी तरह बंद कर दिया। सभी 14 दर्शन लाइनों के माध्यम से आम श्रद्धालुओं को दर्शन कराए गए। प्रशासन का दावा है कि भीड़ के बावजूद भक्तों को 30 से 45 मिनट के भीतर दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। यह व्यवस्था भक्तों के लिए सुगम और सुव्यवस्थित अनुभव प्रदान कर रही है।
निर्जला एकादशी का यह पावन पर्व बाबा श्याम के भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। भक्तों का मानना है कि इस दिन बाबा के दर्शन से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। गर्मी, भीड़ और जाम जैसी चुनौतियों के बावजूद भक्तों का उत्साह और श्रद्धा अटूट रही। खाटूश्याम मंदिर में यह आस्था का सैलाब न केवल धार्मिक उत्साह को दर्शाता है, बल्कि बाबा श्याम के प्रति भक्तों के अटूट विश्वास को भी उजागर करता है।
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खाटूश्याम मंदिर न केवल राजस्थान, बल्कि पूरे देश में आस्था का प्रमुख केंद्र है। निर्जला एकादशी जैसे विशेष अवसरों पर यहां भक्तों की भीड़ और बढ़ जाती है। मंदिर प्रशासन और स्थानीय पुलिस के प्रयासों से इस बार भी व्यवस्था सुचारू रही, और भक्तों को दर्शन में किसी बड़ी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। यह पर्व एक बार फिर बाबा श्याम की महिमा और भक्तों की अटूट श्रद्धा का प्रतीक बनकर उभरा।
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