उत्तराखंड के केदारनाथ में शनिवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। सांस लेने में तकलीफ झेल रहे एक तीर्थयात्री को बचाने पहुंची संजीवनी एयर एम्बुलेंस को तकनीकी खराबी के चलते इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। राहत की बात ये रही कि हेलीकॉप्टर में सवार तीनों लोग दो डॉक्टर और पायलट पूरी तरह सुरक्षित हैं।
हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी
जानकारी के मुताबिक एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित एयर एम्बुलेंस जैसे ही केदारनाथ पहुंची, उसके टेल रोटर में तकनीकी खराबी आ गई। पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए हेलीकॉप्टर को इमरजेंसी मोड में नीचे उतारने की कोशिश की।
हेलीकॉप्टर की 360 डिग्री घूमकर क्रैश लैंडिंग
घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि हेलीकॉप्टर तेजी से नीचे आता है और हेलीपैड के किनारे से टकरा जाता है। लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर का रोटर चलता रहा, जिससे वह 360 डिग्री घूम गया। लेकिन पायलट की सतर्कता से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
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स्थानीय लोगों ने किया रेस्क्यू में सहयोग
हेलीपैड के पास खड़े लोग जैसे ही हादसे को देखे, तुरंत बचाव में जुट गए और हेलीकॉप्टर की ओर दौड़े। इससे पहले ही हेलीकॉप्टर पूरी तरह रुक चुका था।
डीजीसीए ने दिए जांच के आदेश
जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि हेलीकॉप्टर एम्स ऋषिकेश के द्वारा ऑपरेट किया जा रहा था और यह एक बीमार तीर्थयात्री की मदद के लिए भेजा गया था। चौबे ने बताया कि इस हादसे की जांच के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने आदेश जारी कर दिए हैं।
क्या हेलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा पर उठेंगे सवाल?
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में चलने वाली हेलीकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा जांच कितनी कारगर है। यात्रियों और बचावकर्मियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और ऐसे हादसे रोकने के लिए ठोस उपायों की जरूरत है।
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