ग्रेटर नोएडा में तेज रफ्तार डुकाटी गड्ढे में गिरी युवक और युवती की मौके पर मौत

तेज़ रफ्तार रात का सन्नाटा और अधूरी सड़क सुरक्षा इन तीनों ने दो ज़िंदगियां लील लीं। यह हादसा हुआ ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चार मूर्ति चौराहे के पास जहां मंगलवार की सुबह करीब 2 बजे एक डुकाटी बाइक अंडरपास के निर्माण स्थल में जा गिरी। बाइक पर सवार दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।

क्या हुआ था हादसे के वक्त?

मृतकों की पहचान 28 वर्षीय अंकुर सिंह और 25 वर्षीय कशिश के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, अंकुर देर रात कशिश को उसके हाउसिंग कॉम्प्लेक्स से लेने गया था। दोनों शहर में बाइक राइड के लिए निकले थे। लेकिन तेज रफ्तार में चल रही डुकाटी स्क्रैम्बलर बाइक ने नियंत्रण खो दिया।

चार मूर्ति गोलचक्कर के पास एक अंडरपास का निर्माण हो रहा है, जहां बैरिकेड्स लगे थे। लेकिन हादसे का सीसीटीवी फुटेज साफ दिखाता है कि बाइक बैरिकेड्स से टकराती है, फिसलती है और फिर लगभग 7 से 8 फीट गहरे गड्ढे में जा गिरती है।

सीसीटीवी फुटेज में क्या दिखा?

बाइक ने पहले दो बैरिकेड्स को टक्कर मारी सवारों समेत बाइक दीवार की ओर खिसकती गई । तेज रफ्तार की वजह से रुकने का कोई मौका नहीं मिला कुछ ही पलों में दोनों गहरे गड्ढे में समा गए इस हादसे ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या निर्माण स्थलों पर पर्याप्त चेतावनी संकेत और बैरिकेडिंग थी क्या सड़कों की रात की सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त है । और तेज रफ्तार बाइकिंग पर लगाम कैसे लगाई जाए?

स्थानीय लोगों का क्या कहना है?

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इलाका रात में बेहद सुनसान हो जाता है । और निर्माण स्थल को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं। लेकिन सुरक्षा इंतज़ामों पर कोई खास असर नहीं पड़ा।

अधिकारियों की प्रतिक्रिया

प्रशासन का कहना है कि हादसे की जांच की जा रही है। निर्माण कंपनी से भी जवाब तलब किया जाएगा। साथ ही CCTV फुटेज को आधार बनाकर लापरवाही की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

एक पल इन दो ज़िंदगियों के नाम

अंकुर और कशिश की अचानक हुई मौत ने उनके परिवारों और दोस्तों को सदमे में डाल दिया है। इस हादसे को सिर्फ एक “दुर्घटना” कहकर छोड़ देना शायद आसान है, लेकिन ज़रूरी है कि हम इससे सबक लें। रात की सड़कें जितनी खाली दिखती हैं, उतनी ही खतरनाक भी हो सकती हैं खासकर जब रफ्तार पर काबू न हो और सामने निर्माण कार्य की चेतावनी साफ न हो। जरूरत है जागरूकता की, जिम्मेदारी की – और सही समय पर सही कदम उठाने की।

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