Air India plane crash

Air India plane crash

एयर इंडिया विमान दुर्घटना: जांच में ‘संभावित साज़िश’ की तहकीकात, देश में चिंता की लहर

12 जून, 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 इकहत्तर अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही एक भयानक हादसे का शिकार हो गई। कुछ ही मिनटों में यह अत्याधुनिक Boeing 787 Dreamliner विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 243 में से 243 से ज्यादा 241 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा देश के एविएशन इतिहास का सबसे बड़ा सदमा बन गया है क्योंकि इसे तकनीकी रूप से सबसे सुरक्षित माना जाता था।

सरकार ने इस हादसे की जांच तुरंत शुरू कर दी और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) को जिम्मेदारी सौंपी। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोळ ने बयान दिया कि जांच में “संभावित साज़िश” (Possible Sabotage) के एंगल पर भी काम चल रहा है। इस बयान ने पूरे मामले को नई दिशा दी है और देशवासियों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

दुर्घटना के पीछे क्या हो सकता है कारण?

जांच टीम ने दुर्घटना स्थल से ब्लैक बॉक्स — फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) बरामद कर दिल्ली भेज दिया है। विशेषज्ञ टीम इस डेटा का गहराई से विश्लेषण कर रही है। अभी तक जांच के कई पहलुओं पर काम चल रहा है, जैसे कि:

  • उड़ान के दौरान बिजली सप्लाई में आई बाधा
  • इंजन फेल होना या तकनीकी खराबी
  • फ्लैप या लैंडिंग गियर की गड़बड़ी
  • पायलटों के निर्णय और उनकी प्रतिक्रिया
  • विमान के मेंटेनेंस रिकॉर्ड की समीक्षा
  • मौसम की स्थिति और रनवे की स्थिति
  • एयरपोर्ट की सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण
  • रेडियो कम्युनिकेशन में कोई समस्या

जांच के शुरुआती नतीजों में पक्षी टकराव (bird-hit) की संभावना को पहले ही खारिज कर दिया गया है।

संभावित साज़िश की आशंका

मंत्री मुरलीधर मोहोळ के बयान ने इस मामले में ‘साज़िश’ के एंगल को भी जोड़ दिया है। यह पहली बार है जब किसी बड़ी विमान दुर्घटना में ऐसा संकेत मिला है कि यह प्राकृतिक या तकनीकी कारणों से अधिक कुछ हो सकता है। संभावित साज़िश की पुष्टि के लिए जांचकर्ता सुरक्षा कैमरे, रनवे पर संदिग्ध गतिविधियों और विमान के सभी तकनीकी डेटा की जांच कर रहे हैं।

देश में एविएशन सेक्टर की सुरक्षा पर उठे सवाल

यह हादसा सिर्फ एक विमान दुर्घटना नहीं, बल्कि देश की नागरिक उड्डयन सुरक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर गया है। Boeing 787 Dreamliner को दुनिया का सबसे सुरक्षित और एडवांस्ड एयरक्राफ्ट माना जाता है। ऐसे हादसे ने तकनीकी सुरक्षा मानकों और सुरक्षा व्यवस्था पर व्यापक समीक्षा की मांग को जन्म दिया है।

आगे की कार्रवाई और देश की उम्मीदें

जांच पूरी होने तक सभी पहलुओं को गहराई से जांचा जाएगा। ब्लैक बॉक्स से मिले डाटा से ही दुर्घटना का वास्तविक कारण सामने आएगा। सरकार ने कहा है कि जांच में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी चाहे कोई भी हो, उसे कड़ी सजा मिलेगी।

देशवासियों की नजरें अब इस जांच पर टिकी हैं, क्योंकि इस हादसे ने न केवल 241 परिवारों का सुख छीन लिया, बल्कि पूरे देश के नागरिक उड्डयन क्षेत्र में सुरक्षा की महत्वपूर्ण छवि को भी हिला दिया है।

Share