भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर करारा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता सरकार राज्य में कानून व्यवस्था की पूरी तरह अनदेखी कर रही है और तुष्टिकरण की राजनीति चरम पर पहुंच चुकी है।
बंगाल में संविधान का नही तुष्टिकरण का राज है सुधांशु त्रिवेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा बंगाल में वक्फ संपत्तियों को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में जिस तरह की हिंसा सामने आई है, वह ममता सरकार की असफलता का सबूत है। राज्य में अब संविधान नहीं, तुष्टिकरण की नीतियां चल रही हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा के मामलों में राज्य सरकार का रवैया एकतरफा है और पीड़ितों को न्याय नहीं मिल रहा।
राज्य सरकार पर पक्षपात का आरोप
त्रिवेदी ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में पुलिस और प्रशासन राजनीतिक दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर कड़े कदम उठाए।ममता बनर्जी को तय करना होगा कि वह मुख्यमंत्री हैं या सिर्फ एक समुदाय की नेता त्रिवेदी ने जोड़ा।
राजनीतिक माहौल गरमाया
त्रिवेदी के इस बयान के बाद बंगाल की राजनीति में एक बार फिर उबाल आ गया है। टीएमसी ने पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा चुनाव नजदीक देख कर जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव फैला रही है।सुधांशु त्रिवेदी का यह बयान पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नया मोड़ लाता है। जहां एक ओर भाजपा कानून व्यवस्था को मुद्दा बना रही है, वहीं ममता बनर्जी की सरकार इसे साजिश करार दे रही है। चुनावी मौसम में यह बयानबाज़ी और तेज़ हो सकती है।
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