पश्चिम बंगाल में शिक्षकों पर लगातार हो रहे हमलों के खिलाफ देश भर में आक्रोश फैलता जा रहा है। भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) ने ममता बनर्जी सरकार की नीतियों और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली, लखनऊ, पटना और जयपुर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर विरोध दर्ज कराया। BJYM ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में शिक्षक आज सुरक्षित नहीं हैं और राज्य सरकार मौन धारण किए हुए है।
विरोध प्रदर्शन के दौरान BJYM के राष्ट्रीय अध्यक्ष का बयान
हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे कि जो गुरुजन समाज को दिशा देते हैं । उन्हें डर के माहौल में जीना पड़े। ममता बनर्जी सरकार की चुप्पी यह दर्शाती है कि वह इस मामले में संवेदनहीन हो चुकी है।
प्रदर्शन में ये मांगें रखी गईं
शिक्षकों पर हमलों की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।
दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए और कड़ी सजा दी जाए।
राज्य सरकार शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए।
शिक्षक संगठनों को भी निर्णय प्रक्रिया में शामिल किया जाए।
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जनता की प्रतिक्रिया
सामान्य जनता और शिक्षक समुदाय से भी BJYM के इस कदम को समर्थन मिल रहा है। कई लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से ममता सरकार की आलोचना करते हुए न्याय की मांग की है। BJYM का यह प्रदर्शन सिर्फ राजनीतिक विरोध नहीं, बल्कि शिक्षक समुदाय की सुरक्षा और सम्मान की लड़ाई बन चुका है। अब देखने वाली बात यह है कि क्या ममता सरकार इस जनआक्रोश को समझेगी और कोई ठोस कार्रवाई करेगी या नहीं।
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