चारधाम यात्रा 2025: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तैयारियों को लेकर क्या कहा

चारधाम यात्रा उत्तराखंड राज्य की आर्थ‍िक और सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा है। हर साल लाखों श्रद्धालु यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन के लिए आते हैं। इस वर्ष यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है, और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।

यात्रा की तिथियाँ और पंजीकरण

मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि इस वर्ष यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से होगी। यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट 30 अप्रैल को, केदारनाथ के 2 मई को और बद्रीनाथ के 4 मई को खुलेंगे। यात्रा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 28 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और विदेशी श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग पंजीकरण काउंटर स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा, 20 नि:शुल्क पंजीकरण काउंटर भी खोले गए हैं ।

सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाएँ

चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री धामी ने जिला अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन की मदद से यातायात प्रबंधन किया जाएगा। इसके अलावा, पुलिस बल की तैनाती और यात्री पुलिस केंद्रों की स्थापना की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो ।

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‘ग्रीन चारधाम’ पहल

इस वर्ष यात्रा को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए ‘ग्रीन चारधाम’ पहल शुरू की गई है। इसके तहत एकल उपयोग प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है और सभी संबंधित विभागों को कचरा प्रबंधन के लिए योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

आवास और अन्य सुविधाएँ

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त आवास, चिकित्सा सुविधाएँ और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, पार्किंग और सफाई व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है ताकि यात्रा सुगम और सुरक्षित हो।

ऑनलाइन पंजीकरण और अन्य जानकारी

श्रद्धालु यात्रा से संबंधित जानकारी और पंजीकरण के लिए आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप का उपयोग कर सकते हैं। पंजीकरण प्रक्रिया सरल और पारदर्शी बनाई गई है ताकि किसी भी श्रद्धालु को परेशानी न हो।

चारधाम यात्रा उत्तराखंड के लिए न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह राज्य की आर्थ‍िक समृद्धि में भी योगदान करती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल और प्रशासनिक तैयारियाँ इस यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। श्रद्धालुओं से अपील की जाती है कि वे यात्रा के दौरान सभी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें और यात्रा को सुखद बनाएं।

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