भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है। उन्हें लंदन के प्रतिष्ठित एबी रोड स्टूडियो में आयोजित एक भव्य समारोह में आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। इस सम्मान के साथ धोनी 11वें भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं, जिन्हें यह गौरव प्राप्त हुआ है। धोनी ने इस सम्मान को अपने करियर का एक यादगार पल बताते हुए इसे हमेशा संजोने की बात कही। इस समारोह में उनके साथ छह अन्य दिग्गज क्रिकेटरों को भी सम्मानित किया गया।
धोनी के साथ इन दिग्गजों को मिला सम्मान
धोनी के अलावा दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला और ग्रीम स्मिथ, ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन, न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी, पाकिस्तान की सना मीर और इंग्लैंड की सारा टेलर को भी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। इन सात खिलाड़ियों के शामिल होने से हॉल ऑफ फेमर्स की कुल संख्या अब 122 हो गई है। धोनी ने इन सभी खिलाड़ियों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए मैथ्यू हेडन के साथ ड्रेसिंग रूम भी साझा किया है।
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धोनी की प्रतिक्रिया
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने पर धोनी ने कहा, “यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। यह हॉल ऑफ फेम दुनिया भर के क्रिकेटरों के योगदान को मान्यता देता है। ऐसे महान खिलाड़ियों के साथ अपना नाम देखना अद्भुत है। यह वह पल है, जिसे मैं हमेशा संजोकर रखूंगा।” धोनी की यह प्रतिक्रिया उनके विनम्र स्वभाव और क्रिकेट के प्रति उनके जुनून को दर्शाती है।
धोनी का शानदार करियर
धोनी का क्रिकेट करियर उपलब्धियों से भरा हुआ है। उन्होंने 90 टेस्ट मैचों में 38.08 की औसत से 4,876 रन बनाए, जिसमें 256 कैच और 38 स्टंपिंग शामिल हैं। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 350 मैचों में 50.57 की औसत से 10,773 रन बनाए, साथ ही 321 कैच और 123 स्टंपिंग किए। टी20 अंतरराष्ट्रीय में 98 मैचों में 37.60 की औसत से 1,617 रन, 57 कैच और 34 स्टंपिंग उनके नाम हैं। धोनी इकलौते कप्तान हैं, जिन्होंने तीनों आईसीसी व्हाइट-बॉल टूर्नामेंट (टी20 विश्व कप 2007, वनडे विश्व कप 2011, और चैंपियंस ट्रॉफी 2013) जीते हैं।
भारतीय क्रिकेटरों में 11वां स्थान
धोनी से पहले सुनील गावस्कर, बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीनू मांकड़, डायना एडुल्जी, वीरेंद्र सहवाग और नीतू डेविड को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया जा चुका है। धोनी का यह सम्मान भारतीय क्रिकेट की समृद्ध विरासत को और मजबूत करता है।
आईसीसी हॉल ऑफ फेम का महत्व
आईसीसी हॉल ऑफ फेम की शुरुआत जनवरी 2009 में आईसीसी के शताब्दी समारोह के हिस्से के रूप में हुई थी। तब से यह क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान खिलाड़ियों को सम्मानित करने का एक प्रतिष्ठित मंच बन गया है। धोनी जैसे खिलाड़ी, जिन्होंने अपनी कप्तानी और खेल से लाखों प्रशंसकों का दिल जीता, इस हॉल ऑफ फेम में शामिल होकर नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन गए हैं।
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