टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क, जो हाल के दिनों में व्हाइट हाउस के सीनियर एडवाइजर के तौर पर भी काम कर रहे थे, अब शायद इस भूमिका को अलविदा कहने वाले हैं। इस चर्चा को और हवा दी है अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान ने, जिसमें उन्होंने संकेत दिया कि मस्क जल्द ही अपनी भूमिका छोड़ सकते हैं।
अब सवाल यह उठता है कि क्या एलन मस्क खुद यह फैसला ले रहे हैं, या फिर व्हाइट हाउस के अंदर कोई मतभेद इसकी वजह बन रहा है?
ट्रंप के बयान से बढ़ीं अटकलें
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एलन मस्क की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि:
“मुझे नहीं लगता कि मस्क ज्यादा दिनों तक व्हाइट हाउस का हिस्सा रहेंगे। उनका भविष्य अब अनिश्चित है।”
इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों और टेक्नोलॉजी जगत में हलचल मच गई है। कई विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि व्हाइट हाउस में मस्क की नीतियों को लेकर मतभेद हो सकते हैं।
हालांकि, एलन मस्क ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, जिससे अटकलें और भी तेज़ हो गई हैं।
एलन मस्क और राजनीति: एक जटिल रिश्ता
एलन मस्क कोई साधारण बिजनेसमैन नहीं हैं। वे टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की दुनिया के बादशाह माने जाते हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में उनकी राजनीति में दिलचस्पी भी बढ़ी है।
फ्री स्पीच के मुद्दे पर खुलकर राय रखी – ट्विटर (अब X) खरीदने के बाद मस्क ने बार-बार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन किया, जिससे कई राजनेता नाराज भी हुए।
टेक्नोलॉजी पॉलिसी में प्रभाव – वे अमेरिकी सरकार की टेक्नोलॉजी और AI से जुड़ी नीतियों पर खुलकर टिप्पणी करते रहे हैं।
रिपब्लिकन विचारधारा के करीब आए – पहले वे खुद को राजनीतिक रूप से न्यूट्रल बताते थे, लेकिन हाल के दिनों में वे रिपब्लिकन नेताओं के करीब आते दिखे हैं।
व्हाइट हाउस में उनकी भूमिका भी इसी राजनीतिक रुचि का नतीजा थी। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि अगर वे अपनी भूमिका से हटते हैं, तो इसके पीछे असली वजह क्या होगी?
क्या मतभेद बने वजह?
व्हाइट हाउस में मस्क की भूमिका को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रशासन के अंदर मस्क की नीतियों और उनके बयानों को लेकर असहमति बढ़ रही थी।
फ्री स्पीच और सेंसरशिप पर टकराव – अमेरिकी सरकार और व्हाइट हाउस के कुछ अधिकारी सोशल मीडिया पर गलत सूचना (Misinformation) रोकने के लिए कड़े नियम चाहते थे, लेकिन मस्क इसके खिलाफ थे।
चीन और रूस पर रुख – मस्क का चीन और रूस के प्रति रुख अमेरिकी विदेश नीति से मेल नहीं खाता। वे चीन के साथ अपने बिजनेस संबंधों को बनाए रखना चाहते हैं, जबकि प्रशासन इस पर सख्त रुख अपनाने की कोशिश कर रहा है।
टेक्नोलॉजी रेगुलेशन – सरकार AI और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए सख्त कानून लाना चाहती है, जबकि मस्क इसे इनोवेशन के खिलाफ मानते हैं।
इन मतभेदों के चलते व्हाइट हाउस और मस्क के बीच तनाव बढ़ता जा रहा था, और यह भी हो सकता है कि मस्क खुद इस भूमिका को छोड़ने का मन बना चुके हों।
क्या मस्क अब पूरी तरह राजनीति में उतरेंगे?
अगर एलन मस्क व्हाइट हाउस से अलग होते हैं, तो यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या वे अब खुलकर राजनीति में उतरेंगे?
2024 के चुनाव में खुला समर्थन – मस्क पहले ही कह चुके हैं कि वे 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में किसी रिपब्लिकन उम्मीदवार का समर्थन कर सकते हैं।
नए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से प्रभाव – मस्क के पास ट्विटर (X) है, जो उनकी राजनीतिक राय और एजेंडा फैलाने का सबसे बड़ा हथियार बन सकता है।
टेक्नोलॉजी और पॉलिसी का मेल – वे चाहेंगे कि अमेरिकी टेक इंडस्ट्री पर सरकारी नियंत्रण कम से कम हो, और इसके लिए वे लॉबिंग कर सकते हैं।
अगर वे व्हाइट हाउस छोड़ते भी हैं, तो अमेरिकी राजनीति में उनकी भूमिका खत्म नहीं होगी। बल्कि, वे किसी नई रणनीति के साथ वापस आ सकते हैं।
एलन मस्क का व्हाइट हाउस से बाहर जाना लगभग तय माना जा रहा है, लेकिन इसका असली कारण क्या है, यह अभी भी साफ नहीं हुआ है।
- क्या वे खुद हटना चाहते हैं, या प्रशासन में मतभेद इसकी वजह बने हैं?
- क्या यह फैसला केवल राजनीतिक है, या फिर इसके पीछे बिजनेस कारण भी हो सकते हैं?
- अगर वे हटते हैं, तो क्या वे राजनीति में और ज्यादा सक्रिय होंगे?
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