उत्तर सिक्किम में भारी बारिश: पर्यटक फंसे, पुल क्षतिग्रस्त

उत्तर सिक्किम के मंगन जिले में लाचेन और लाचुंग क्षेत्र भारी बारिश के कारण तबाही के गवाह बने हैं। लगातार बारिश से हुए भूस्खलन और तीस्ता नदी के बढ़ते जलस्तर ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। इस आपदा में 1200 से अधिक घरेलू पर्यटक और दो विदेशी नागरिक फंस गए हैं। क्षेत्र में सड़कें, पुल और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे बचाव कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है।

बचाव कार्यों में देरी, फिदांग बैली पुल की मरम्मत

अधिकारियों ने रविवार को बचाव कार्य शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन शुक्रवार रात शिपग्येर क्षेत्र में हुए एक और भूस्खलन ने इस योजना को रद्द कर दिया। फिदांग बैली पुल, जो 2023 में ग्लेशियल झील के फटने के बाद पुनर्निर्मित किया गया था, को भारी नुकसान पहुंचा है। तीस्ता नदी के तेज बहाव ने पुल के आधार को कमजोर कर दिया है। जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स (GREF) ने रविवार को आंशिक रूप से पुल की मरम्मत की, जिससे आपातकालीन वाहन और स्थानीय लोग पैदल यात्रा कर पा रहे हैं। हालांकि, पुल का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सोमवार को बचाव कार्य शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन यह मौसम और सुरक्षा पर निर्भर करेगा।

यह भी पढ़ें :भारतीय किशोर गुकेश ने विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन को हराकर इतिहास रच दिया

मुंशीथांग में लापता पर्यटकों की तलाश जारी

29 मई को मुंशीथांग में एक पर्यटक वाहन तीस्ता नदी में गिर गया था, जिसमें नौ लोग लापता हो गए। बढ़ते जलस्तर के कारण उनकी तलाश और मुश्किल हो गई है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, वाहन दो दिन पहले नदी में दिखाई दिया था, लेकिन अब वह दिखाई नहीं दे रहा। तलाशी अभियान जारी है, लेकिन मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियां इसे जटिल बना रही हैं।

स्थानीय नेताओं की नाराजगी, बुनियादी ढांचे पर सवाल

मंगन जिला पंचायत उपाध्यक्ष सोनम कीपा भूटिया ने GREF के मरम्मत कार्यों को अपर्याप्त बताया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बारिश के कारण जोखिम बढ़ गया है और लगभग 700-800 पर्यटक अभी भी ऊंचे क्षेत्रों में फंसे हो सकते हैं। फिदांग बैली पुल इस क्षेत्र की जीवनरेखा है, और स्थानीय निवासी इसके टूटने की आशंका से चिंतित हैं। मिकमार त्सेरिंग लेपचा, एक स्थानीय निवासी, ने कहा, “अगर यह पुल गिरता है, तो उत्तर सिक्किम का आधा हिस्सा कट जाएगा, और डोंगू जैसे क्षेत्रों में आवश्यक आपूर्ति रुक जाएगी।”

बैकअप पुल की मरम्मत का दबाव

स्थानीय लोग फिदांग बैली पुल के पास एक बैकअप बांस के पुल की मरम्मत की मांग कर रहे हैं, लेकिन अधिकारियों ने इसे फिलहाल अस्वीकार कर दिया है। उनका कहना है कि प्राथमिकता फिदांग पुल को पूरी तरह ठीक करना है। वर्तमान में स्थानीय लोग पैदल इस पुल को पार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें डर है कि अगर यह पुल पूरी तरह टूट गया, तो वे लंबे समय तक अलग-थलग पड़ सकते हैं।

उत्तर सिक्किम की यह आपदा न केवल पर्यटकों के लिए, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी एक गंभीर चुनौती बन गई है। प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है और जल्द से जल्द समाधान की कोशिश कर रहा है।

Share