भारत के प्रतिनिधिमंडल उजागर करेंगे पाकिस्तान की सच्चाई

भारत ने पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की सच्चाई को दुनिया के सामने लाने के लिए दो उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों को विभिन्न देशों के लिए रवाना किया है। इन प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व कांग्रेस नेता शशि थरूर और बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा कर रहे हैं। यह कदम भारत की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें वह वैश्विक मंच पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और कार्रवाई की मांग कर रहा है। दोनों प्रतिनिधिमंडल अपने-अपने दौरे में विभिन्न देशों के नेताओं, अधिकारियों और समुदायों से मुलाकात कर भारत के अनुभव और पाकिस्तान के आतंकवादी गतिविधियों को उजागर करेंगे।

शशि थरूर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल

कांग्रेस नेता शशि थरूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गुयाना के लिए रवाना हुआ है। इस दल में डॉ. सरफराज अहमद, शांभवी, जीएम हरीश बालयोगी, शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता, तेजस्वी सूर्या और मिलिंद देवड़ा शामिल हैं। यह प्रतिनिधिमंडल गुयाना के बाद अमेरिका, पनामा, ब्राजील और कोलंबिया का दौरा करेगा। गुयाना रवाना होने से पहले शशि थरूर ने कहा कि उनका उद्देश्य दुनिया को यह बताना है कि भारत पिछले चार दशकों से आतंकवादी हमलों का शिकार रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा पहला पड़ाव गुयाना का जॉर्जटाउन है। हम न्यूयॉर्क में 9/11 स्मारक का दौरा करेंगे, जो आतंकवाद के खिलाफ एक प्रतीकात्मक संदेश देगा। यह दर्शाएगा कि हम आतंकवाद के पीड़ितों के साथ खड़े हैं। इसके बाद हम गुयाना में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेंगे और वहां के सरकारी अधिकारियों व मंत्रियों से मुलाकात करेंगे।” थरूर ने जोर देकर कहा कि भारत का अनुभव और आतंकवाद के खिलाफ उसकी लड़ाई को दुनिया के सामने रखना जरूरी है।

बैजयंत पांडा का मिशन पश्चिम एशिया

दूसरी ओर, बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल बहरीन के लिए रवाना हुआ है, जो सऊदी अरब, कुवैत और अल्जीरिया का दौरा करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल हैं। इस दल का मुख्य उद्देश्य “ऑपरेशन सिंदूर” पर भारत का पक्ष रखना और पाकिस्तान द्वारा संचालित आतंकवादी शिविरों की सच्चाई को उजागर करना है। बहरीन रवाना होने से पहले ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तान आतंकवादी शिविर चला रहा है, और हम इस मुद्दे को चारों देशों के सामने उठाएंगे।” बैजयंत पांडा ने इस दौरे को लेकर कहा, “हमारा यह मिशन भारत की एकता और आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ता को दर्शाता है। हम दुनिया को बताएंगे कि भारत विशेष रूप से राज्य प्रायोजित आतंकवाद से पीड़ित है। युद्ध के मैदान में जीत के बाद, आतंकवाद पर वैश्विक ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है।”

भारत का वैश्विक संदेश

दोनों प्रतिनिधिमंडलों का उद्देश्य एक ही है – पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को वैश्विक मंच पर उजागर करना और दुनिया को यह बताना कि भारत इसका शिकार रहा है। भारत चाहता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो और पाकिस्तान पर दबाव बनाए कि वह आतंकवादी गतिविधियों को बंद करे। इन दौरों से भारत को उम्मीद है कि वैश्विक समुदाय पाकिस्तान के आतंकवादी रवैये को गंभीरता से लेगा और इसके खिलाफ ठोस कदम उठाएगा। भारत का यह प्रयास न केवल आतंकवाद को कम करने में मदद करेगा, बल्कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

ये प्रतिनिधिमंडल भारत की कूटनीतिक ताकत और वैश्विक मंच पर उसकी सशक्त आवाज का प्रतीक हैं। शशि थरूर और बैजयंत पांडा जैसे नेताओं के नेतृत्व में ये दल न केवल भारत के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करेंगे, बल्कि वैश्विक समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान भी करेंगे। इन प्रयासों से भारत को उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान पर दबाव बनाएगा, जिससे आतंकवाद पर लगाम लगेगी और भारत में शांति का माहौल बनेगा।

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