Kolkata South Calcutta Law College

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कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस: महिला सुरक्षा पर फिर उठे सवाल

कोलकाता से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। साउथ कोलकाता स्थित प्रतिष्ठित साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में बुधवार शाम एक 24 वर्षीय महिला के साथ गैंगरेप की घटना हुई। इस घटना ने न केवल बंगाल की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता पैदा कर दी है।

क्या हुआ उस शाम?

घटना बुधवार शाम लगभग 7:30 बजे से रात 10:50 बजे के बीच की है। पीड़िता ने बताया कि वह अपने परीक्षा फॉर्म जमा करने कॉलेज गई थी और कुछ समय यूनियन रूम में बैठी थी। उसी दौरान तीन युवकों ने उसे यूनियन रूम से सिक्योरिटी गार्ड के कमरे में खींच लिया और उसके साथ दरिंदगी की। हैरानी की बात ये है कि इस दौरान कॉलेज का मेन गेट बाहर से लॉक कर दिया गया था, जिससे पीड़िता किसी से मदद भी नहीं मांग सकी।

आरोपी कौन हैं?

पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है:

  • मोनोजित मिश्रा: पूर्व छात्र और तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) का साउथ कोलकाता जिला महासचिव
  • जैब अहमद: 19 वर्षीय छात्र
  • प्रमित मुखर्जी: 20 वर्षीय छात्र

तीनों आरोपी कॉलेज से किसी न किसी रूप में जुड़े हुए हैं। पुलिस ने इन्हें कसबा और उनके घरों से गिरफ्तार किया। साथ ही, उनके मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस की कार्रवाई

कोलकाता पुलिस ने घटना के बाद पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करवाया है। इसके साथ ही कॉलेज स्टाफ और अन्य गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। पुलिस कॉलेज के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है। हालांकि, इस घटना को लेकर पुलिस की तत्परता पर सवाल उठ रहे हैं।

विपक्ष का हमला

घटना के बाद पश्चिम बंगाल की सियासत में उबाल आ गया है। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा कि कोलकाता पुलिस के अधिकांश अधिकारी रथ यात्रा की सुरक्षा के लिए दीघा भेजे गए थे।

वहीं, भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी के शासन में बंगाल महिलाओं के लिए एक “नरक” बन चुका है। उन्होंने टीएमसी से सवाल पूछा कि क्या पार्टी अपने छात्र संगठन के नेता को बचाने की कोशिश कर रही है?

सरकार की प्रतिक्रिया

कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने घटना को “गंभीर” बताते हुए कहा कि वह पुलिस से जानकारी लेने के बाद ही कुछ टिप्पणी करेंगे। अभी तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिस पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं।

महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल

इस घटना ने एक बार फिर समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी है। सवाल यह है कि अगर एक महिला खुद के कॉलेज परिसर में भी सुरक्षित नहीं है, तो बाकी समाज का क्या हाल होगा? जिस जगह को शिक्षा का मंदिर माना जाता है, वहीं अगर ऐसी घटनाएं होंगी तो आम जनता का भरोसा कैसे बचेगा?

सोशल मीडिया पर आक्रोश

सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। #JusticeForVictim और #KolkataLawCollege ट्रेंड कर रहे हैं। लोग सरकार और प्रशासन से तुरंत और कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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