कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस: सियासत गरम, TMC पर बीजेपी का बड़ा हमला

कोलकाता के प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज में एक छात्रा से गैंगरेप की घटना ने न केवल राज्य को हिला कर रख दिया है, बल्कि इसके चलते राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। अब तक इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें एक कॉलेज का सिक्योरिटी गार्ड भी शामिल है, जो घटना के वक्त ड्यूटी पर था।

इस दर्दनाक मामले ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस मुद्दे पर टीएमसी सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने घटना को “राज्य में महिलाओं की असुरक्षा” का प्रतीक बताया और सीधा सवाल पूछा – “जहां एक महिला मुख्यमंत्री हैं, वहां छात्राओं के साथ ऐसी बर्बरता क्यों?”

मुख्य आरोपी TMC से जुड़ा

बीजेपी का आरोप है कि गैंगरेप का मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा टीएमसी की छात्र इकाई का पूर्व सचिव और कॉलेज का पूर्व छात्र है। वह वकालत करता है और टीएमसी नेताओं के साथ उसकी कई तस्वीरें सामने आई हैं।
अन्य आरोपियों में जैब अहमद और प्रमीत मुखर्जी शामिल हैं, जो लॉ कॉलेज के मौजूदा छात्र हैं।

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पीड़िता की चिट्ठी ने खोली दर्द की परतें

संबित पात्रा ने पीड़िता द्वारा लिखे गए नोट का हवाला देते हुए बताया कि किस तरह सात लड़कों ने पीड़िता को घेरा और उसे प्रेम प्रस्ताव ठुकराने की सजा दी।
घटना गार्ड रूम के अंदर हुई, जहां सिक्योरिटी गार्ड मौजूद था लेकिन उसे बाहर भेज दिया गया।
पीड़िता पर हॉकी स्टिक से हमला किया गया और उसे अस्पताल तक नहीं ले जाया गया।

ममता सरकार पर बीजेपी का सीधा निशान

बीजेपी नेताओं ने इस केस को लेकर ममता बनर्जी की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए हैं।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चार सदस्यीय जांच समिति बनाई है जो घटना स्थल का दौरा कर पार्टी को रिपोर्ट सौंपेगी।
पार्टी का कहना है कि ममता सरकार को इस जघन्य अपराध की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।

सुवेंदु अधिकारी का तीखा बयान

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता के शासन में कोई भी महिला सुरक्षित नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी बार-बार ऐसे मामलों को “छोटी घटना” बता कर टाल देती हैं और आरोपियों को संरक्षण देती हैं
उन्होंने राज्य की जनता से अपील की कि वे इस अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाएं और लोकतंत्र की रक्षा करें।

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