रामदासपुर में संदिग्ध हालत में मिली युवती की लाश, आरोपियों पर गैंगरेप की कोशिश और जानबूझकर दुर्घटना कराने का आरोप।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने न सिर्फ इलाके को झकझोर दिया है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। रामदासपुर क्षेत्र में एक ब्यूटिशियन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि यह कोई सामान्य सड़क हादसा नहीं, बल्कि बलात्कार की कोशिश और फिर उसे छिपाने की साजिशन हत्या है।
क्या है पूरा मामला?
घटना शुक्रवार रात की है। लखनऊ के एक प्रतिष्ठित ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली 24 वर्षीय युवती को तीन युवक अपने साथ कार में लेकर निकले थे। बताया जा रहा है कि सभी आरोपी एक मेहंदी समारोह से लौट रहे थे और उन्होंने रास्ते में युवती के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया।
परिजनों के अनुसार, जब युवती ने विरोध किया और भागने की कोशिश की, तब कार को जानबूझकर दुर्घटनाग्रस्त कर दिया गया। कार की हालत देखकर यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि टक्कर ज़बरदस्त थी। युवती की मौके पर ही मौत हो गई जबकि आरोपी मौके से भागने की फिराक में थे।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, दो गिरफ्तार, एक फरार
लखनऊ पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, जबकि एक अन्य युवक फरार है। हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ जारी है। फरार आरोपी की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
लखनऊ पुलिस के एक अधिकारी ने कहा:
“प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि युवती को धोखे से ले जाया गया था। फॉरेंसिक जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असली वजह साफ होगी। फिलहाल सभी संभावनाओं पर जांच चल रही है।”
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परिवार का आरोप: “यह कोई हादसा नहीं, सुनियोजित हत्या है”
मृतका के परिजनों का कहना है कि युवती को जबरदस्ती ले जाया गया और कार में उसके साथ जब शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश हुई, तो उसने विरोध किया। इसी दौरान कार का एक्सीडेंट कराया गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
मृतका की बहन ने बताया:
“वो किसी भी हालत में उनके साथ नहीं जाना चाहती थी। उसे ज़बरदस्ती ले जाया गया। हादसा नहीं, यह हत्या है। हमें हमारी बहन के लिए इंसाफ चाहिए।”
घटनास्थल से मिले अहम सुराग
रामदासपुर के पास जहां यह हादसा हुआ, वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने भी कई अहम जानकारियां दी हैं। चश्मदीदों ने बताया कि कार बहुत तेज़ गति में थी और असंतुलित होकर पेड़ से टकरा गई। टक्कर के बाद कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त थी।
स्थानीय निवासी ने कहा:
“हमने देखा कि हादसे के तुरंत बाद दो लड़के कार से निकलकर भाग गए। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। लड़की को निकालने की कोशिश की गई लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।”
सियासी हलकों में भी उठा मामला
इस दिल दहला देने वाली घटना पर अब सियासी प्रतिक्रिया भी आने लगी है। विपक्षी दलों ने यूपी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा और महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई।
सपा प्रवक्ता ने कहा:
“लखनऊ जैसे शहर में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। सरकार का ‘बेटी बचाओ’ नारा अब खोखला साबित हो रहा है।”
महिला संगठनों का आक्रोश
इस घटना के बाद महिला संगठनों ने भी रोष व्यक्त किया है। राजधानी लखनऊ में महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया और मांग की कि इस मामले में गैंगरेप, हत्या और साजिश की धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों को जल्द से जल्द सज़ा दिलाई जाए।
पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की धाराएं जोड़ी जाएंगी। घटना को लेकर IPC की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और एफएसएल टीम भी सबूत इकट्ठा करने में जुटी है।
एक ब्यूटिशियन की मौत ने न सिर्फ एक परिवार को उजाड़ा, बल्कि पूरे समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है। क्या यह सिर्फ एक हादसा था, या फिर हमारे समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक और खौफनाक चेहरा?
परिजनों को न्याय मिलेगा या फिर यह भी एक और फाइल बनकर धूल फांकता रहेगा? सवाल बड़े हैं, और जवाब भी जल्द मिलने चाहिए। क्योंकि हर महिला को जीने और सुरक्षित रहने का अधिकार है।
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