महेंद्र सिंह धोनी, भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल और शांत स्वभाव वाले कप्तान माने जाते हैं। मैदान पर उनकी सूझबूझ और तनावपूर्ण परिस्थितियों में ठंडे दिमाग से लिए गए फैसले उन्हें ‘कैप्टन कूल’ का खिताब दिलाने में सबसे बड़ी वजह रहे हैं। अब धोनी इस प्रतिष्ठित उपाधि को सिर्फ एक उपनाम नहीं, बल्कि अपना कानूनी अधिकार बनाना चाहते हैं।खबरों के अनुसार, एमएस धोनी ने ‘Captain Cool’ वाक्यांश के लिए ट्रेडमार्क आवेदन दायर किया है। यह कदम धोनी की ब्रांडिंग रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसके ज़रिए वह इस नाम का व्यावसायिक उपयोग सिर्फ अपनी अनुमति से सुनिश्चित करना चाहते हैं।
धोनी की छवि और ‘कैप्टन कूल’ का महत्व
महेंद्र सिंह धोनी की पहचान सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं रही है। उनके नाम के साथ जुड़ा ‘कैप्टन कूल’ वाक्यांश वर्षों से मीडिया, फैन्स और ब्रांड्स द्वारा व्यापक रूप से उपयोग में लाया जा रहा है। मैदान पर उनकी चुपचाप रणनीति बनाना, बिना घबराए मैच को अंतिम ओवर तक खींचना, और हर स्थिति में चेहरे पर एक सधी मुस्कान — यही उनके इस उपनाम की वजह है।‘Captain Cool’ अब केवल एक उपनाम नहीं, बल्कि एक ब्रांड आइडेंटिटी बन चुका है। ऐसे में धोनी द्वारा इसका ट्रेडमार्क करवाना एक स्मार्ट और व्यावसायिक दृष्टिकोण है।
क्यों जरूरी था ट्रेडमार्क?
ब्रांडिंग और बौद्धिक संपदा के लिहाज से, किसी प्रसिद्ध नाम या वाक्यांश पर ट्रेडमार्क लेने का मतलब होता है कि उसका उपयोग अब आपकी अनुमति के बिना नहीं किया जा सकता।
धोनी का ‘कैप्टन कूल’ ट्रेडमार्क:
- प्रोडक्ट ब्रांडिंग (जैसे कपड़े, जूते, स्पोर्ट्स गियर)
- मार्केटिंग कैंपेन
- इवेंट्स और पब्लिक अपीयरेंस
- डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नाम की रक्षा करेगा।
इससे पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने अपने उपनामों को ट्रेडमार्क कराया है, जैसे:
- क्रिस्टियानो रोनाल्डो का “CR7”
- माइकल जॉर्डन का “Jumpman”
- विराट कोहली का “One8” ब्रांड
धोनी का यह कदम उन्हें इस लीग में एक और मजबूत पहचान दिलाने वाला है।
धोनी की ब्रांड वैल्यू
एमएस धोनी की ब्रांड वैल्यू आज भी बेहद मजबूत है। भले ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया हो, लेकिन IPL में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान के रूप में उनकी लोकप्रियता कम नहीं हुई है। विज्ञापन कंपनियां, ब्रांड एंबेसडर डील्स और स्टार्टअप इन्वेस्टमेंट में धोनी अभी भी सबसे बड़े नामों में शामिल हैं।‘Captain Cool’ नाम को ट्रेडमार्क करवाकर, धोनी आने वाले समय में इस पहचान का इस्तेमाल अपने पर्सनल ब्रांड को और मजबूत करने के लिए कर सकते हैं।
क्या यह नाम अब किसी और के लिए नहीं?
ट्रेडमार्क मिलने के बाद, ‘Captain Cool’ वाक्यांश का व्यावसायिक उपयोग (जैसे टी-शर्ट्स, मर्चेंडाइज, विज्ञापन या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर प्रमोशन) बिना एमएस धोनी की अनुमति के नहीं किया जा सकेगा। हालांकि, मीडिया या फैन्स द्वारा इसे अनौपचारिक रूप से कहने पर कोई रोक नहीं होगी, जब तक इसका कमर्शियल प्रयोग न हो । महेंद्र सिंह धोनी द्वारा ‘कैप्टन कूल’ के लिए ट्रेडमार्क आवेदन देना उनके ब्रांड के भविष्य को और सशक्त बनाता है। यह न सिर्फ उनकी पहचान को कानूनी सुरक्षा देगा, बल्कि उन्हें उनके नाम से जुड़े हर व्यवसायिक लाभ पर अधिकार भी देगा।धोनी हमेशा से मैदान पर एक रणनीतिक कप्तान रहे हैं और अब मैदान के बाहर भी वह अपनी पहचान और संपत्ति की रणनीति बखूबी समझते हैं।
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