राजा रघुवंशी हत्याकांड में नया मोड़: सबूत मिटाने के आरोप में प्रॉपर्टी डीलर शिलोम जेम्स गिरफ्तार

देश को हिला देने वाले राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब एक और सनसनीखेज मोड़ आ चुका है। मामले में इंदौर के प्रॉपर्टी डीलर शिलोम जेम्स को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उसने न सिर्फ आरोपी को फ्लैट दिलवाया, बल्कि हत्या के बाद सबूत मिटाने में भी अहम भूमिका निभाई।

पुलिस और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) अब इस एंगल से जांच में जुटी है कि क्या शिलोम सिर्फ मददगार था, या हत्या की साजिश में उसकी सीधी भूमिका भी है?

पूरा मामला क्या है?

मेघालय के चर्चित नेता राजा रघुवंशी की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। शुरुआती जांच में जो खुलासे हुए, वे चौंकाने वाले थे। पुलिस के अनुसार, राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने ही अपने पति की हत्या की साजिश रची थी। इसके लिए उसने तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को हायर किया। इनमें से एक किलर को इंदौर के हरे कृष्णा विहार कॉलोनी में फ्लैट दिलवाया गया। यह फ्लैट उपलब्ध कराया गया था शिलोम जेम्स के ज़रिए, जो पेशे से एक प्रॉपर्टी डीलर है।

SIT और FSL की कार्रवाई

हाल ही में, मेघालय SIT और इंदौर की FSL टीम ने मिलकर इस मामले में अहम साक्ष्य जुटाने के लिए इंदौर में तलाशी अभियान चलाया। टीम के साथ शिलोम जेम्स को भी मौके पर लाया गया, ताकि उसकी भूमिका की जांच की जा सके। जांच में पता चला कि शिलोम ने सोनम रघुवंशी का बैग और कुछ निजी सामान जला दिए थे। यानी साफ है कि वह या तो साक्ष्य नष्ट करने की कोशिश कर रहा था या फिर पहले से साजिश में शामिल था। FSL टीम ने घटनास्थल से जले हुए बैग और सामान के टुकड़े बरामद किए हैं, जिन्हें अब फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

क्या कहती है पुलिस?

एडिशनल DCP (Crime) राजेश डंडोटिया ने पुष्टि की कि सबूतों के आधार पर शिलोम जेम्स को गिरफ्तार किया गया है।
उसका मेडिकल चेकअप कराया गया और कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद उसे शिलॉन्ग ले जाया जा रहा है, जहां मुख्य जांच चल रही है। पुलिस ने साफ किया है कि अभी तक शिलोम की हत्या में सीधी संलिप्तता की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सबूतों को मिटाने की गंभीर कोशिश सामने आई है।

शिलोम जेम्स की भूमिका और संदिग्ध कनेक्शन

शिलोम जेम्स की गिरफ्तारी ने इस मामले को और पेचीदा बना दिया है। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में लगी है कि क्या शिलोम ने केवल प्रॉपर्टी डीलर के रूप में फ्लैट उपलब्ध कराया था या वह हत्या की योजना में भी शामिल था। पुलिस के मुताबिक, शिलोम ने सोनम के कुछ जरूरी सामान जैसे बैग और दस्तावेज़ों को जलाकर मिटाने की कोशिश की थी। यह कार्रवाई सीधे तौर पर इस बात की ओर इशारा करती है कि वह अपराध को छुपाने में सहायता कर रहा था।

इसके अलावा, पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या शिलोम और सोनम के बीच कोई पुराना संबंध था, जिससे हत्या की योजना को अंजाम दिया गया। फिलहाल शिलोम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है, लेकिन पुलिस की गहन जांच जारी है।

कोर्ट में प्रगति और ट्रांजिट रिमांड

शिलोम जेम्स को मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे ट्रांजिट रिमांड मिला है। अब वह मुख्य जांच के लिए शिलॉन्ग ले जाया जाएगा, जहां SIT द्वारा मामले की विस्तृत छानबीन की जा रही है। पुलिस का मानना है कि शिलॉन्ग पहुंचकर शिलोम से कड़ी पूछताछ की जाएगी ताकि हत्या की पूरी साजिश का खुलासा हो सके।

यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि शिलोम के सहयोग से पुलिस को नई जानकारियां मिल सकती हैं, जो इस केस की गुत्थी सुलझाने में मददगार साबित होंगी।

फॉरेंसिक टीम का काम और संभावित सबूत

FSL (Forensic Science Laboratory) टीम ने घटनास्थल से जले हुए सामान बरामद किए हैं, जिनकी जांच अब इंदौर में की जा रही है। फॉरेंसिक परीक्षण से पता चलेगा कि क्या ये सामान हत्या से जुड़े अहम सबूत हैं या नहीं। इसके साथ ही, फिंगरप्रिंट, डीएनए और अन्य तकनीकी जांचों से भी सच्चाई सामने आएगी।

फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस को पता चलेगा कि हत्या के पीछे कौन-कौन लोग शामिल थे और क्या शिलोम का कनेक्शन इसके अलावा भी किसी अन्य संदिग्ध या साजिशकर्ता से है।

पुलिस की नजर अब सोनम रघुवंशी पर भी कड़ी

हालांकि सोनम रघुवंशी पहले से ही इस मामले की मुख्य आरोपी है, लेकिन पुलिस अब उस पर और भी सख्त नजर बनाए हुए है। पुलिस की मानें तो सोनम ने इस हत्या की योजना महीनों पहले बनानी शुरू कर दी थी और तीनों किलर्स को निर्देशित किया था।

सोनम पर यह भी जांच चल रही है कि उसने शिलोम और अन्य लोगों के साथ मिलकर हत्या को छुपाने की कोशिश की या नहीं। अब तक की जांच में कई नए सबूत सामने आ रहे हैं, जो सोनम के खिलाफ मजबूत केस बना रहे हैं।

कॉन्ट्रैक्ट किलर्स का रहस्य

राजा रघुवंशी की हत्या के लिए तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को काम पर लगाया गया था, जिनमें से एक की पहचान हुई है। पुलिस को पता चला है कि इन किलर्स ने हत्या की योजना बनाते समय इंदौर के हरे कृष्णा विहार कॉलोनी में फ्लैट किराए पर लिया था, जो शिलोम जेम्स ने उपलब्ध कराया था।

यहां से पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि फ्लैट में हत्या की तैयारी कब से चल रही थी और क्या अन्य संदिग्ध भी इस योजना में शामिल थे। इस मामले में पुलिस के रडार पर कुछ और चेहरे भी हैं, जिनकी जल्द गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है।

सामाजिक और कानूनी असर

राजा रघुवंशी हत्या केस ने न केवल राजनेतिक हलकों को हिला कर रख दिया है, बल्कि इसने समाज में भी कई गंभीर सवाल उठाए हैं। क्या एक परिवार में इतने बड़े पैमाने पर साजिश हो सकती है? क्या सत्ता और पैसों के लिए इतनी बड़ी हिम्मत दिखाई जा सकती है?

कानूनी रूप से भी यह केस जटिल है क्योंकि इसमें हत्या, साजिश, सबूत मिटाने जैसे कई गंभीर आरोप शामिल हैं। पुलिस और SIT की भूमिका और जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे इस केस को निष्पक्ष और तेज़ी से सुलझाएं।

आगे क्या?

अब जबकि फॉरेंसिक टीम को महत्वपूर्ण साक्ष्य मिल चुके हैं, यह संभव है कि आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हों
शिलोम की गिरफ्तारी से यह केस एक बड़ा नेटवर्क उजागर कर सकता है — जिसमें पत्नी, कॉन्ट्रैक्ट किलर और अब प्रॉपर्टी डीलर शामिल हो चुके हैं।

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