जहां इंसानियत बिखर रही है वहीं दो बच्चों ने बता दिया कि सच्ची ममता न उम्र देखती है न हालात। गर्मी में झुलसते उत्तर भारत के शहरों में जब लोग घर से बाहर निकलने से भी बचते हैं, नोएडा की सड़कों पर दो बच्चे एक घायल कुत्ते के लिए दौड़ते नज़र आए। उनके पास न एसी कार थी, न महंगे जूते – बस था दिल से भरा इंसानियत का जज़्बा।
वीडियो ने इंटरनेट पर मचाई हलचल
एक राहगीर द्वारा बनाया गया यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें दिखता है एक छोटा लड़का ट्रॉली खींच रहा है, जिसमें उनका घायल कुत्ता लेटा है दूसरा लड़का उसके साथ दौड़ रहा है, चेहरे पर चिंता और पसीना दोनों के फटे-पुराने कपड़े, लेकिन मन में असीम करुणा वीडियो में एक राहगीर बच्चों से पूछता है कि वे कहां जा रहे हैं। पीली टी-शर्ट में खड़ा बच्चा बताता है हम अस्पताल से आ रहे हैं, लेकिन इलाज पूरा नहीं हुआ हमें फिर से जाना पड़ेगा।
प्यार और करुणा की मिसाल
इंस्टाग्राम अकाउंट @streetdogsofbombay द्वारा इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया दो छोटे बच्चे, बिना पैसों और संसाधनों के, सिर्फ़ प्यार के बल पर एक कुत्ते को अस्पताल ले गए। उन्होंने इंतज़ार नहीं किया, बहाना नहीं बनाया उन्होंने वही किया, जो कई वयस्क नहीं कर पाते।
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क्या सिखाती है ये कहानी?
दयालुता संसाधनों की मोहताज नहीं होती सच्चा प्यार चुपचाप बोलता है बिना दिखावे के बच्चे अगर सही उदाहरण देखें, तो समाज में असली बदलाव लाते हैं
इन दो बच्चों से सीखे समाज ये हैं असली हीरो
इन दो मासूमों ने बिना शोर मचाए वो कर दिखाया, जो बहुतों के लिए सिर्फ़ अच्छी बात होती है। उन्होंने दिखा दिया कि हीरो बनने के लिए न पोशाक चाहिए, न कैमरा – बस दिल में करुणा होनी चाहिए। ऐसे और प्रेरणादायक, दिल छू लेने वाली कहानियों के लिए पढ़ते रहें
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