जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 26 पर्यटकों को गोली मारकर हत्या कर दी गई। आतंकियों ने सुनियोजित तरीके से इस हमले को अंजाम दिया, ताकि भारत में सांप्रदायिक हिंसा भड़काई जा सके। हमलावरों ने पर्यटकों से उनके नाम पूछे और हिंदू बताने वालों को निशाना बनाया। इस जघन्य घटना के बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने न केवल पाकिस्तान की साजिशों को बेनकाब किया, बल्कि भारत की एकता और अखंडता पर भी जोर दिया।
हैदराबाद के हज हाउस में शुक्रवार, 17 मई को हज यात्रियों को संबोधित करते हुए ओवैसी ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “हमारा पड़ोसी मुल्क सुधरने वाला नहीं है। आप हज करने जा रहे हैं, दुआ करें कि अल्लाह उनकी दुम को सीधा करे, वरना वक्त आएगा तो हमें उन्हें और सीधा करना पड़ेगा।” ओवैसी का यह बयान पाकिस्तान के लिए एक सख्त चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत पाकिस्तान की किसी भी साजिश को कामयाब नहीं होने देगा।
इससे पहले, ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख आसिम मुनीर पर निशाना साधा था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “क्या शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर रहीम यार खान एयरबेस पर अपने लीज्ड चीनी विमान को उतार पाएंगे?” बता दें कि भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में रहीम यार खान एयरबेस को पूरी तरह से तबाह कर दिया था। इस कार्रवाई ने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगा।
पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत बहावलपुर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और कई आतंकियों को मार गिराया। इस ऑपरेशन के बाद ओवैसी ने कहा, “भारत में 23 करोड़ से ज्यादा मुसलमान हैं, जिनके पूर्वजों ने जिन्ना के सिद्धांत को ठुकरा दिया था। पाकिस्तान चाहता है कि भारत में हिंदू-मुस्लिम के बीच दरार पैदा हो, लेकिन हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे।” उन्होंने यह भी बताया कि आतंकियों की अंतिम नमाज एक ऐसे व्यक्ति ने पढ़ाई, जिसे अमेरिका ने आतंकी घोषित किया है। ओवैसी ने सवाल उठाया कि क्या दुनिया पाकिस्तान के इस दोहरे चरित्र को नहीं देख रही?
ओवैसी ने अपने संबोधन में भारत की एकता पर जोर देते हुए कहा कि देश के मुसलमान हमेशा से हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को मजबूत करने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने पाकिस्तान की उस साजिश को नाकाम करने की बात कही, जो भारत में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना चाहती है। ओवैसी का यह बयान न केवल पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है, बल्कि भारत के नागरिकों के लिए भी एक संदेश है कि देश की एकता और अखंडता को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता।
पहलगाम हमले और इसके बाद की घटनाओं ने एक बार फिर साबित कर दिया कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। लेकिन भारत की सेना और नागरिकों की एकजुटता ने हर बार उसकी साजिशों को विफल किया है। ओवैसी जैसे नेताओं के बयान इस बात का प्रतीक हैं कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट है और किसी भी कीमत पर अपनी संप्रभुता की रक्षा करेगा।
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