प्रधानमंत्री मोदी का सऊदी अरब दौरा: भारत और सऊदी अरब के रिश्तों में नया अध्याय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सऊदी अरब के लिए रवाना हो गए हैं, जहां वह दो दिन तक जेद्दा में रहेंगे। इस यात्रा का महत्व न केवल द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के संदर्भ में है, बल्कि यह भारत और सऊदी अरब के बीच कई अहम मुद्दों पर बातचीत के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से होगी, और इस दौरान दोनों नेता कई अहम मसलों पर चर्चा करेंगे। इस दौरे में भारत और सऊदी अरब के बीच कई समझौतों पर भी हस्ताक्षर होने की संभावना है, जो दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी का एजेंडा

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी यात्रा के एजेंडे का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उनका सऊदी अरब दौरा भारत और सऊदी अरब के ऐतिहासिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, ”मैं जेद्दा, सऊदी अरब के लिए रवाना हो रहा हूँ. मैं यहां कई बैठकों और कार्यक्रमों में भाग लूँगा. भारत, सऊदी अरब के साथ हमारे ऐतिहासिक संबंधों को महत्व देता है। पिछले एक दशक में द्विपक्षीय संबंधों को काफी गति मिली है। मैं रणनीतिक साझेदारी परिषद की दूसरी बैठक में भाग लेने के लिए उत्सुक हूँ। वहाँ भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करूँगा।”

यह बयान इस बात का संकेत है कि प्रधानमंत्री मोदी इस यात्रा के दौरान भारतीय समुदाय से जुड़े मुद्दों पर भी ध्यान देंगे, जो सऊदी अरब में बड़ी संख्या में मौजूद हैं। भारत और सऊदी अरब के रिश्तों में पिछले कुछ वर्षों में बहुत प्रगति हुई है, और यह दौरा इन रिश्तों को और मजबूत बनाने के लिए अहम साबित हो सकता है।

भारत और सऊदी अरब के बीच होने वाली अहम बातचीत

प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच होने वाली मुलाकात में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इन मुद्दों में व्यापार, ऊर्जा, सुरक्षा, सांस्कृतिक और पर्यटन संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। खासकर, भारत और सऊदी अरब के बीच ऊर्जा सुरक्षा, निवेश और व्यापारिक संबंधों को लेकर बातचीत की उम्मीद है। इसके साथ ही, हज यात्रा के मुद्दे पर भी दोनों नेताओं के बीच चर्चा हो सकती है, जो भारतीयों के लिए एक विशेष महत्व रखता है।

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और सऊदी अरब के बीच छह समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है, जो दोनों देशों के संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ सकते हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण समझौता भारतीय हज यात्रियों के लिए कोटा बढ़ाने को लेकर हो सकता है, जिससे भारतीय नागरिकों के लिए हज यात्रा की सुविधाएं और भी बेहतर हो सकेंगी।

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हज कोटा बढ़ाने पर बातचीत

भारत और सऊदी अरब के बीच एक और महत्वपूर्ण मुद्दा हज कोटा है। सऊदी अरब ने 2014 में भारत के लिए हज कोटा 136,020 निर्धारित किया था, जिसे 2025 में बढ़ाकर 175,025 करने की योजना है। इसमें से 122,518 यात्री हज कमेटी के जरिए जाएंगे, जबकि 52,507 यात्री निजी टूर ऑपरेटरों के माध्यम से यात्रा करेंगे। इससे भारतीय हज यात्रियों के लिए यात्रा की प्रक्रिया को सुगम बनाया जाएगा और अधिक यात्रियों को हज पर जाने का अवसर मिलेगा।

सऊदी अरब ने पहले निजी ऑपरेटरों के कोटे में 80 प्रतिशत की कटौती की थी, लेकिन भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद, 10,000 अतिरिक्त वीजा बहाल किए गए। यह कदम भारतीय हज यात्रियों के लिए एक राहत की बात है, और इससे दोनों देशों के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूती मिलेगी।

भारतीय समुदाय के साथ बैठक

प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा के दौरान भारतीय समुदाय से मुलाकात का भी उल्लेख किया है। सऊदी अरब में भारतीय समुदाय की संख्या काफी बड़ी है, और प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक रिश्तों को और प्रगाढ़ करेगा। भारतीय समुदाय के साथ संवाद में प्रधानमंत्री मोदी भारतीयों के मुद्दों पर बात करेंगे और उन्हें सरकार की योजनाओं और नीतियों से अवगत कराएंगे। इसके साथ ही, यह भारतीय समुदाय के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत होगा, क्योंकि प्रधानमंत्री के साथ संवाद से उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जानकारी मिलेगी।

भारत और सऊदी अरब के रिश्तों में मजबूती

प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत और सऊदी अरब के रिश्तों को और मजबूत करने में मदद करेगा। पिछले एक दशक में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में तेजी आई है, और प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा से यह और अधिक प्रगाढ़ होने की संभावना है। भारत और सऊदी अरब के बीच ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जो दोनों देशों के लिए लाभकारी साबित होंगे।

सऊदी अरब से भारत को ऊर्जा आपूर्ति, विशेषकर तेल और गैस, का महत्वपूर्ण हिस्सा मिलता है, और इस संबंध में दोनों देशों के बीच साझेदारी और अधिक मजबूत हो सकती है। इसके अलावा, सऊदी अरब भारत के लिए एक प्रमुख निवेशक भी है, और दोनों देशों के बीच व्यापारिक सहयोग को और बढ़ावा दिया जा सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सऊदी अरब दौरा भारतीय विदेश नीति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस यात्रा के दौरान भारतीय और सऊदी अरब के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं, जो दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूती देंगे। हज कोटा बढ़ाने से लेकर व्यापारिक, ऊर्जा और सांस्कृतिक सहयोग तक, यह यात्रा दोनों देशों के बीच एक नया अध्याय जोड़ने का अवसर प्रदान करेगी। इसके साथ ही, भारतीय समुदाय से संवाद और उनकी समस्याओं को सुनना प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे का एक अहम हिस्सा होगा, जो भारतीय समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है।

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