एक तरफ आतंकवाद के खिलाफ भारत का कड़ा जवाब ऑपरेशन सिंदूर,तो दूसरी ओर देश की सियासत में उस पर छिड़ी जबरदस्त बहस।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच अब सीधा टकराव सामने आया है।
क्या बोले अमित शाह?
रविवार को एक जनसभा में अमित शाह ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहाममता दीदी ने ऑपरेशन सिंदूर का विरोध मुस्लिम वोटबैंक को खुश करने के लिए किया। यह राष्ट्रहित के खिलाफ है।उन्होंने ये भी जोड़ा कि जब भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर रहा था, तब तृणमूल कांग्रेस ने उसका समर्थन करने की बजाय सवाल उठाए।
TMC का पलटवार
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज किया और गृह मंत्री से इस्तीफे की मांग कर डाली।पार्टी प्रवक्ता ने कहापहलगाम हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। गृह मंत्रालय की विफलता है ये। अमित शाह पहले अपनी जिम्मेदारी लें और इस्तीफा दें
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क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
अप्रैल को पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिक मारे गए ।7 मई को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया । इसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और POK में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसे सर्जिकल स्ट्राइक 2.0 भी कहा जा रहा है
राजनीति बनाम राष्ट्रीय सुरक्षा
यह पहली बार नहीं है जब आतंकवाद पर कार्रवाई के बाद राजनीतिक बयानबाज़ी शुरू हुई हो।जहाँ केंद्र सरकार इसे “सख्त और निर्णायक नीति” बता रही है, वहीं विपक्ष पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग कर रहा है।ऑपरेशन सिंदूर पर देश गर्व कर रहा है, लेकिन इससे जुड़े सियासी आरोप-प्रत्यारोप अब नई बहस को जन्म दे रहे हैं।क्या ये मुद्दा राष्ट्र सुरक्षा की चर्चा को पीछे छोड़ देगा?
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