इंदौर के रियल एस्टेट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या का मामला अब एक हाई प्रोफाइल क्रिमिनल और राजनीतिक मिस्ट्री बनता जा रहा है। इस केस में हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं, और अब इस मर्डर मिस्ट्री में सबसे चौंकाने वाला मोड़ आया है उस ड्राइवर के बयान से, जिसने मुख्य आरोपी सोनम को हत्या के बाद इंदौर से गाजीपुर तक पहुंचाया था।
हत्या की शुरुआत: राजा रघुवंशी की लाश होटल में मिली
18 मई को राजा रघुवंशी अचानक लापता हो गए थे। जब उनका मोबाइल बंद मिला, तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। कुछ दिनों बाद, पुलिस को राजा की लाश एक होटल के कमरे से मिली, जिसने पूरे इंदौर को झकझोर कर रख दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि राजा की गला घोंटकर हत्या की गई थी। हत्या बेहद सुनियोजित और प्लानिंग के तहत की गई थी।
सोनम का नाम आया शक के घेरे में
जांच के दौरान पुलिस की नजर सोनम नाम की एक महिला पर पड़ी, जो राजा की करीबी मानी जाती थी। कॉल डिटेल्स, चैट हिस्ट्री, होटल बुकिंग और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने सोनम को मुख्य आरोपी माना। बताया जा रहा है कि राजा और सोनम के बीच संबंध पहले अच्छे थे, लेकिन हाल के महीनों में दोनों के बीच तनाव बढ़ गया था।
ड्राइवर की गवाही से खुला बड़ा राज
पुलिस को ब्रेकथ्रू मिला उस ड्राइवर की गवाही से, जिसने हत्या के बाद सोनम को गाजीपुर तक छोड़ा था। ड्राइवर के मुताबिक, सोनम पूरी यात्रा के दौरान घबराई हुई थी, बार-बार फोन कर रही थी और कई बार गाड़ी रुकवाकर बात कर रही थी। गाजीपुर पहुंचने के बाद उसने अपना मोबाइल फोन तोड़ दिया और सिम कार्ड नष्ट कर दिया।
यह गवाही साबित करती है कि सोनम हत्या के बाद फरार होने की योजना बना रही थी और सबूत मिटाने की कोशिश कर रही थी। यही नहीं, होटल का कमरा भी सोनम ने फर्जी नाम से बुक किया था, जो उसकी मंशा को और साफ करता है।
केस में सामने आए तकनीकी सबूत
पुलिस के पास अब कई ठोस सबूत हैं:
- CCTV फुटेज, जिसमें सोनम होटल में जाते हुए देखी गई।
- मोबाइल लोकेशन डेटा, जो घटना के दिन सोनम की मौजूदगी की पुष्टि करता है।
- होटल बुकिंग रिकॉर्ड, जो फर्जी नाम से किए गए हैं।
- ड्राइवर की गवाही, जो फरारी और सबूत मिटाने की कोशिश को साबित करती है।
अब शक की सुई दूसरों पर भी
अब पुलिस सोनम के साथ-साथ उन लोगों पर भी नजर बनाए हुए है, जो उससे जुड़े हुए थे। शक है कि सोनम इस हत्या में अकेली नहीं थी। पुलिस मान रही है कि यह एक संगठित साजिश हो सकती है जिसमें और लोग भी शामिल हैं — किसी ने योजना बनाई, किसी ने सहायता दी, और किसी ने सबूत मिटाने में मदद की।
जनता की नजरें न्याय पर
यह केस सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि एक बड़े षड्यंत्र का संकेत देता है। जनता यह जानना चाहती है कि क्या राजा रघुवंशी को न्याय मिलेगा? क्या पुलिस इस केस की पूरी परतें खोल पाएगी? क्या सोनम के पीछे कोई राजनीतिक या आर्थिक मास्टरमाइंड है?
हम इस केस से जुड़ी हर अपडेट आप तक पहुंचाते रहेंगे। अगर आप चाहते हैं कि राजा को न्याय मिले, तो इस रिपोर्ट को साझा करें और हमारी वेबसाइट को फॉलो करें।
संबंधित पोस्ट
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: ईशा योग केंद्र में जवानों ने दिखाया अनुशासन और आत्मबल
योग दिवस 2025 के लिए टॉप 10 नए शुभकामना संदेश , तन-मन को शांति और ऊर्जा से भर देंगे
भारत का ऑपरेशन सिंधु: ईरान में फंसे नागरिकों की सुरक्षित निकासी का व्यापक अभियान