राम नवमी से पहले दार्जिलिंग में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली है। पर्व के मद्देनज़र संभावित भीड़भाड़, जुलूस और धार्मिक आयोजनों को देखते हुए इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। दार्जिलिंग में राम नवमी का पर्व भले ही उत्तर भारत जैसा भव्य न हो, लेकिन हर साल यहां भी स्थानीय हिन्दू समुदाय द्वारा पूजा, शोभा यात्रा और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस बार प्रशासन किसी भी तरह की अव्यवस्था या अफवाह से बचने के लिए पूरी तरह अलर्ट मोड में है।
सुरक्षा के लिए खास इंतज़ाम
- शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस की अतिरिक्त तैनाती
- ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के ज़रिए निगरानी
- भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में क्यूआरटी (क्विक रिस्पॉन्स टीम) की तैनाती
- धार्मिक आयोजनों के आयोजकों के साथ समन्वय बैठकें
दार्जिलिंग पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शांति और सौहार्द बनाए रखना हमारी पहली प्राथमिकता है। किसी भी अफवाह, सोशल मीडिया भड़कावे या विवादित गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
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स्थानीय लोगों से अपील
प्रशासन ने आम नागरिकों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पर्व को शांतिपूर्ण और भाईचारे के माहौल में मनाएं। किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
उत्तर भारत के लिए संदेश
जहाँ एक ओर अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे उत्तर भारतीय शहरों में राम नवमी की भव्य तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं पूर्वी भारत में भी त्योहार को शांति और श्रद्धा के साथ मनाने की तैयारी की जा रही है। यह कदम इस बात का प्रतीक है कि चाहे क्षेत्र कोई भी हो राम की भक्ति एकता का संदेश देती है।
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