शेयर बाजार में फिर गिरावट, सेंसेक्स 500 अंक टूटा

एक दिन की तेजी के बाद शेयर बाजार में फिर गिरावट, सेंसेक्स 500 अंक टूटा, निफ्टी 24,650 से नीचे
घरेलू शेयर बाजार में एक दिन की तेजी के बाद आज फिर मंदी का रुख देखने को मिला है। एशियाई बाजारों में आई कमजोरी का सीधा असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा। बीएसई सेंसेक्स 200 अंक से अधिक की गिरावट के साथ खुला और दिन की शुरुआत में ही गिरावट का सिलसिला तेज होता गया। सुबह करीब 9:47 बजे तक सेंसेक्स 501 अंक या 0.62% गिरकर 80,828 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स 131 अंक या 0.53% गिरकर 24,535 पर ट्रेड करता दिखा।

एशियाई बाजारों से मिला कमजोर संकेत
आज के कारोबार की शुरुआत से पहले ही जापान, चीन और हांगकांग जैसे प्रमुख एशियाई बाजारों में गिरावट देखने को मिली, जिसने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया। ग्लोबल अनिश्चितताओं, ब्याज दरों को लेकर आशंका और अमेरिकी बाजारों में मिले मिले-जुले संकेतों ने भारतीय निवेशकों को सतर्क कर दिया।

कौन से शेयर रहे दबाव में?
दिन की शुरुआत में ही इंडसइंड बैंक में करीब 2% की गिरावट देखी गई, जबकि डॉ रेड्डी, पावर ग्रिड, ओएनजीसी, कोटक बैंक और सन फार्मा जैसे दिग्गज शेयरों में भी कमजोरी नजर आई।

पावर ग्रिड, कोटक महिंद्रा बैंक और सन फार्मा में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई।

सेंसेक्स के 30 में से 25 शेयर लाल निशान में खुले।

फार्मा और बैंकिंग सेक्टर सबसे ज्यादा दबाव में नजर आए।

किन शेयरों में रही तेजी?
हालांकि बाजार की गिरावट के बीच कुछ शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन भी किया।

जेएसडब्ल्यू स्टील में सबसे ज्यादा 2.63% तेजी देखी गई।

हीरो मोटोकॉर्प, अडानी पोर्ट्स, श्रीराम फाइनेंस, और टेक महिंद्रा जैसे स्टॉक्स में भी अच्छी तेजी नजर आई।

बीईएल (BEL) और टाटा पावर में निवेशकों की अच्छी खरीदारी देखने को मिली।

सेक्टोरल इंडेक्स और मिड-स्मॉल कैप की स्थिति
शेयर बाजार के 13 सेक्टोरल इंडेक्स में से 9 इंडेक्स गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे थे। बैंकिंग, फार्मा और एनर्जी सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए।

वहीं, स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स में आज ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया। यह संकेत देता है कि बड़ी कंपनियों के मुकाबले मझोले और छोटे शेयरों में निवेशकों की धारणा थोड़ी मजबूत बनी हुई है।

सात महीने के उच्चतम स्तर पर बने रहने के बाद दबाव
बाजार में इस हफ्ते अब तक निफ्टी में 2.7% और सेंसेक्स में 2.4% की तेजी देखी गई थी। दोनों प्रमुख इंडेक्स पिछले सात महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुके थे। ऐसे में मुनाफावसूली का दौर आना स्वाभाविक माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों ने उच्च स्तर पर मुनाफा बुक करना शुरू कर दिया, जिससे बाजार पर दबाव बना।

निवेशकों के लिए क्या संकेत?
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा गिरावट लाभ बुकिंग और वैश्विक संकेतों की वजह से है। अभी के लिए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और बाजार की चाल को समझते हुए ही नए निवेश करने चाहिए।

विशेषज्ञों की राय:

बैंकिंग और फार्मा सेक्टर में अल्पकालिक दबाव बना रह सकता है।

मेटल और ऑटो स्टॉक्स में चुनिंदा खरीदारी की संभावना है।

तकनीकी रूप से, निफ्टी के लिए 24,500 एक महत्वपूर्ण सपोर्ट स्तर बन सकता है।

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