बुधवार की रात दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में कुदरत ने तांडव मचाया। तेज आंधी बिजली चमकने और झमाझम बारिश ने न सिर्फ जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया, बल्कि कई जगहों से जनहानि और भारी नुकसान की खबरें सामने आई हैं।
क्या हुआ बीती रात?
तेज हवा और तूफान की वजह से सैकड़ों पेड़ धराशायी हो गए। कई इलाकों में बिजली के खंभे गिरने से सप्लाई पूरी तरह ठप हो गई।सड़कों पर जलभराव और गिरते मलबे के कारण यातायात पूरी रात बाधित रहा।
जनहानि और तबाही
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर भारत में 15 से ज्यादा लोगों की जान गई है, जिनमें से कुछ पर पेड़ गिरने या बिजली के खंभे गिरने की वजह से हादसे हुए। दर्जनों लोग घायल हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
यह भी पढ़ें : गाजा में मानवीय संकट: इजरायल-हमास युद्ध की ताजा स्थिति
लोगों का क्या कहना है?
द्वारका के निवासी सुरेश चौधरी ने बताया ऐसा तूफान कई सालों बाद देखा है। बिजली बार-बार जा रही थी, और सामने के पार्क में एक पेड़ सड़क पर गिर गया। नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव और फरीदाबाद से भी कई मकानों की छत उड़ने, होर्डिंग गिरने और वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें आ रही हैं।
प्रशासन अलर्ट पर
दिल्ली और आसपास के कई नगर निगमों ने आपदा राहत दलों को तैनात कर दिया है। NDMC और MCD की टीमें मलबा हटाने और बिजली बहाल करने में जुटी हुई हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों तक हल्की बारिश और आंधी की चेतावनी दी है।
संबंधित पोस्ट
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025: ईशा योग केंद्र में जवानों ने दिखाया अनुशासन और आत्मबल
योग दिवस 2025 के लिए टॉप 10 नए शुभकामना संदेश , तन-मन को शांति और ऊर्जा से भर देंगे
भारत का ऑपरेशन सिंधु: ईरान में फंसे नागरिकों की सुरक्षित निकासी का व्यापक अभियान