अभी हम पाकिस्तान में हैं ये लाइन यूट्यूब पर सुनते ही हजारों दर्शक उस भारतीय महिला की यात्रा के किस्से देखने बैठ जाते थे, जो निडर होकर पाकिस्तान की गलियों में घूमती दिखती थी। लेकिन अब यही नाम ज्योति मल्होत्रा उर्फ ‘ज्योति जासूस’, देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन चुका है।
33 वर्षीय यूट्यूबर ज्योति को शनिवार शाम हिसार से गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों को संवेदनशील जानकारियां पहुंचा रही थी। कोर्ट ने उसे 5 दिन की रिमांड पर भेजा है। गिरफ्तारी के बाद कई सवालों के जवाब मिलने शुरू हो गए हैं, लेकिन साथ ही कई नए सवाल भी उठ खड़े हुए हैं।
पाकिस्तान में बिंदास घूमती दिखी थी ज्योति
यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति मल्होत्रा अब तक तीन बार पाकिस्तान की यात्रा कर चुकी थी और चौथी बार की तैयारी में थी। सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि वह पाकिस्तान के उन संवेदनशील इलाकों में भी जाती दिखती थी, जहां किसी भारतीय का पहुंचना लगभग नामुमकिन है। ट्रेन में चाय देने आते लाहौर पुलिस के जवान, सड़कों पर बिना रोक-टोक घूमना ये सब वीडियो में आम बात थी।
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पाक एजेंसियों की ‘मेहरबानी‘ पर उठे सवाल
हर बार वीज़ा आसानी से मिल जाना और सीमित इलाकों में घूमने की अनुमति से ज्यादा पहुंच बना लेना ये सब अब संदिग्ध लगने लगा है। सूत्रों की मानें तो ज्योति पर शक इसलिए गहराया क्योंकि उसकी यात्रा सिर्फ “घुमक्कड़ी” तक सीमित नहीं लग रही थी। खुफिया एजेंसियों को शक है कि उसके जरिए कई संवेदनशील सूचनाएं पाकिस्तान भेजी गईं।
‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के बाद चौथी गिरफ्तारी
हरियाणा में बीते कुछ दिनों में जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ हो चुका है।
पानीपत से नोमान इलाही (बुधवार)
कैथल से देवेंद्र ढिल्लों (शुक्रवार)
नूंह से अरमान (शुक्रवार)
और अब हिसार से ज्योति मल्होत्रा (शनिवार)
चारों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा रही है। यह पूरी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत चल रही है, जो पाकिस्तान समर्थित जासूसी नेटवर्क को ध्वस्त करने की एक बड़ी कोशिश है।
क्या सिर्फ यूट्यूबर थी या असली मक़सद कुछ और था?
ज्योति के यूट्यूब वीडियो में वह पाकिस्तानी जनता से बात करती नजर आती थी, लोकल चाय पीती थी, बाजारों में घूमती थी। लेकिन खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इन वीडियो के पीछे कोई और ‘फिल्म’ चल रही थी एक ऐसा मिशन जो भारत की सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों को दुश्मन तक पहुंचा रहा था।
DGCA से लेकर IB तक सभी एजेंसियां सतर्क
ज्योति की गिरफ्तारी के बाद से IB, RAW और मिलिट्री इंटेलिजेंस तक सक्रिय हो गई हैं। ये जांच की जा रही है कि क्या उसकी यात्राओं का खर्च खुद वह उठा रही थी या फिर कोई बाहरी फंडिंग हो रही थी।
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