कर्नाटक के तुमकुरु जिले में एक दिल दहला देने वाला मर्डर केस सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। यह मामला सिर्फ हत्या का नहीं है, बल्कि इसमें छुपा है एक ऐसा खौफनाक प्रेम त्रिकोण, जिसने शादी, भरोसा और इंसानियत — तीनों को शर्मसार कर दिया।घटना की शुरुआत होती है सुमंगला नाम की एक शादीशुदा महिला से, जो अपने पति शंकरमूर्ति के साथ तुमकुरु जिले में रहती थी। लेकिन सुमंगला की ज़िंदगी में एक तीसरा शख्स भी था — नागराजू, जिससे उसका प्रेम संबंध चल रहा था। बताया जा रहा है कि शंकरमूर्ति को अपनी पत्नी और नागराजू के रिश्ते की भनक पहले ही लग चुकी थी, और इसी को लेकर दोनों पति-पत्नी के बीच काफी समय से तनाव चल रहा था।
जब प्यार बना मौत का रास्ता
कहते हैं कि प्यार अंधा होता है, लेकिन जब यह अंधा प्यार कानून, रिश्ते और ज़मीर सब कुछ ताक पर रख दे, तो नतीजा अक्सर खून-खराबे में ही निकलता है। कर्नाटक मर्डर केस में भी कुछ ऐसा ही हुआ। सुमंगला ने अपने प्रेमी नागराजू के साथ मिलकर अपने पति को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली। पुलिस के अनुसार, सुमंगला और नागराजू ने मिलकर एक फार्महाउस में शंकरमूर्ति को बुलाया। यह फार्महाउस कदाशेट्टीहल्ली नामक स्थान पर स्थित है, जो तुमकुरु जिले में आता है। जैसे ही शंकरमूर्ति वहां पहुंचा, उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। हत्या के बाद दोनों ने शव को छिपाने की कोशिश भी की, लेकिन सच्चाई ज्यादा दिनों तक छुप नहीं सकी।
पुलिस जांच में हुआ बड़ा खुलासा
तुमकुरु पुलिस ने जब इस मर्डर केस की तफ्तीश शुरू की, तो शक की सुई सबसे पहले सुमंगला और नागराजू की ओर गई। कॉल डिटेल्स, मोबाइल लोकेशन और गवाहों के बयानों के आधार पर पुलिस ने जल्द ही दोनों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। शंकरमूर्ति की हत्या को लेकर पुलिस का मानना है कि यह एक पूर्व-नियोजित साजिश थी, जिसमें दोनों आरोपियों ने मिलकर अपने रास्ते से एक इंसान को हटा दिया, सिर्फ इसलिए कि वह उनके प्रेम संबंधों के रास्ते में रोड़ा बन रहा था।
सामाजिक संदेश और सबक
तुमकुरु हत्या मामला न सिर्फ एक क्राइम स्टोरी है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है। जब रिश्तों में पारदर्शिता नहीं होती और भावनाओं की जगह लालच, स्वार्थ और धोखा ले लेते हैं, तो ऐसे ही खतरनाक नतीजे सामने आते हैं। सुमंगला हत्या केस हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या रिश्तों में बढ़ती असहिष्णुता और भावनात्मक अपरिपक्वता ऐसे अपराधों को जन्म दे रही है?कर्नाटक मर्डर केस, खासकर तुमकुरु जिले का यह पत्नी ने पति की हत्या वाला मामला एक बार फिर से समाज में बढ़ते अपराधों और रिश्तों में गिरते भरोसे की तस्वीर को सामने लाता है। सुमंगला और नागराजू की साजिश ने एक ज़िंदगी खत्म कर दी और खुद को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। इस घटना से सबक लेने की ज़रूरत है कि रिश्तों में संवाद, समझदारी और सम्मान बेहद जरूरी हैं। वरना प्रेम की जगह नफरत और शादी की जगह हत्या जैसी घटनाएँ जन्म लेती हैं।
संबंधित पोस्ट
बिजनौर में तेंदुए का हमला, दो साल के बच्चे की मौत से गांव में आक्रोश और सड़क जाम
नरसिंहपुर अस्पताल में नर्सिंग छात्रा की बेरहमी से हत्या, एकतरफा प्यार और समाज की चुप्पी पर सवाल
बाबा धीरेंद्र शास्त्री पर सियासी सवाल,क्या धर्म बन गया है राजनीति का नया मंच?