हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूरोपीय संघ के सामानों पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ पर रोक लगाने के फैसले ने वैश्विक और भारतीय बाजारों में हलचल मचा दी है। इस फैसले के बाद निवेशकों का रुझान सुरक्षित माने जाने वाले सोने से हटकर अन्य निवेश विकल्पों की ओर बढ़ा है। इसका सीधा असर सोने और चांदी की कीमतों पर देखने को मिल रहा है। भारतीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की कीमतों, एक्सचेंज रेट और मांग-आपूर्ति के आधार पर तय हो रहा है।
मुंबई में सोने-चांदी के भाव
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 27 मई 2025 को 22 कैरेट सोना 89,490 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है, जबकि 24 कैरेट सोना 97,630 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। चांदी की कीमतों में भी तेजी देखी गई है, जहां प्रति किलोग्राम चांदी का भाव 100 रुपये बढ़कर 1,00,000 रुपये तक पहुंच गया है। हालांकि, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना 96,018 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 0.13% की गिरावट के साथ 98,090 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही है।

प्रमुख शहरों में सोने के दाम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 22 कैरेट सोना 89,640 रुपये और 24 कैरेट सोना 97,780 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है। जयपुर में भी यही भाव देखा जा रहा है, जहां 22 कैरेट सोना 89,640 रुपये और 24 कैरेट सोना 97,780 रुपये प्रति 10 ग्राम है। अहमदाबाद और पटना में 22 कैरेट सोना 89,540 रुपये और 24 कैरेट सोना 97,680 रुपये पर उपलब्ध है। दक्षिण भारत के प्रमुख शहरों जैसे हैदराबाद और चेन्नई में 22 कैरेट सोना 89,490 रुपये और 24 कैरेट सोना 97,630 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है। आईटी हब बेंगलुरु और कोलकाता में भी यही भाव देखा जा रहा है, जहां 22 कैरेट सोना 89,490 रुपये और 24 कैरेट सोना 97,630 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
सोने-चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
सोने और चांदी की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की कीमतों में उतार-चढ़ाव, एक्सचेंज रेट, और मांग-आपूर्ति का संतुलन इन कीमतों को प्रभावित करता है। इसके अलावा, वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक घटनाएं भी सोने की कीमतों पर असर डालती हैं। भारतीय बाजार में सोने की मांग विशेष रूप से शादी-विवाह, त्योहारों और निवेश के लिए बढ़ती है, जिससे कीमतों में उछाल देखा जाता है।
भारतीय संस्कृति में सोने का महत्व
भारतीय समाज में सोने का विशेष सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व है। शादी-विवाह, धार्मिक अनुष्ठान और त्योहारों जैसे दीवाली, अक्षय तृतीया आदि में सोने की खरीदारी को शुभ माना जाता है। सोना न केवल आर्थिक सुरक्षा का प्रतीक है, बल्कि यह एक परिवार की समृद्धि और सामाजिक प्रतिष्ठा को भी दर्शाता है। यही कारण है कि भारतीय परिवारों में सोने के आभूषण और सिक्कों की खरीदारी को प्राथमिकता दी जाती है।
निवेशकों के लिए सुझाव
वर्तमान में सोने और चांदी की कीमतों में हो रहे उतार-चढ़ाव को देखते हुए निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि दीर्घकालिक निवेश के लिए सोना अभी भी एक सुरक्षित विकल्प है, लेकिन अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से बचने के लिए बाजार के रुझानों पर नजर रखना जरूरी है। सोने में निवेश से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेना और बाजार के ताजा अपडेट्स का विश्लेषण करना उचित रहेगा।
कुल मिलाकर, सोने और चांदी की कीमतों में हो रहे बदलाव भारतीय और वैश्विक बाजारों की गतिशीलता को दर्शाते हैं। निवेशक और उपभोक्ता दोनों के लिए यह जरूरी है कि वे बाजार के रुझानों पर नजर रखें और सोच-समझकर निवेश करें।
संबंधित पोस्ट
एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती: व्यवसायों को राहत
घरेलू शेयर बाजार में तेजी: सेंसेक्स और निफ्टी50 में उछाल
भारत ने बांग्लादेश से कपड़ों के आयात पर लगाई रोक