Nimbus वेरिएंट को जनवरी 2025 में पहली बार पहचान मिली थी। यह तेजी से फैलने वाला एक Omicron सब-वेरिएंट है, जो अब अमेरिका, यूरोप और एशिया के कई हिस्सों में फैल रहा है। WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने इस वेरिएंट पर विशेष निगरानी शुरू कर दी है।
दुनिया भर में एक बार फिर कोविड-19 को लेकर चिंता बढ़ रही है। 2025 की शुरुआत में सामने आया नया कोविड वेरिएंट Nimbus (वैज्ञानिक नाम: NB.1.8.1) अब कई देशों में संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी का कारण बन रहा है। यह वेरिएंट Omicron सब-वेरिएंट है लेकिन इसके लक्षण इसे खास और गंभीर बनाते हैं।
क्यों है ये वेरिएंट इतना खतरनाक?
इस वेरिएंट के लक्षण बाकी कोविड वेरिएंट्स से थोड़े अलग हैं और बहुत तकलीफदेह माने जा रहे हैं। मरीजों के अनुसार, गले में जो दर्द होता है, वह “रेज़र ब्लेड थ्रोट” (Razor Blade Throat) की तरह महसूस होता है – यानी ऐसा दर्द जैसे किसी धारदार चीज़ से गला कट रहा हो।
Nimbus Variant के मुख्य लक्षण (Symptoms of NB.1.8.1 Variant):
- गले में अत्यधिक जलन और दर्द
- लगातार सूखी खांसी
- तेज़ बुख़ार (102°F या उससे अधिक)
- गले में सूजन और खराश
- सिरदर्द और बदन दर्द
- तेज़ थकान और सांस फूलना
- भूख न लगना और नींद में परेशानी
इन लक्षणों को शुरुआती रूप में पकड़ पाना मुश्किल है क्योंकि ये सामान्य फ्लू से मेल खाते हैं। लेकिन Razor Blade जैसे गले का दर्द इस वेरिएंट की सबसे खास पहचान बन गई है।
किन लोगों के लिए ज़्यादा खतरा?
विशेषज्ञों के अनुसार, Nimbus वेरिएंट उन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है:
- जिन्हें अभी तक बूस्टर डोज़ नहीं मिली है
- कमज़ोर इम्यून सिस्टम वाले लोग
- सीनियर सिटीजन (60+)
- डायबिटीज, हार्ट डिजीज, अस्थमा आदि के मरीज
- छोटे बच्चे जिनका इम्यून सिस्टम पूरी तरह विकसित नहीं हुआ
कैसे करें बचाव? (Prevention Tips from Nimbus Covid Variant)
- मास्क पहनना फिर से शुरू करें – खासतौर पर पब्लिक प्लेसेज़ में
- हाथों की सफाई – साबुन या सैनिटाइज़र से बार-बार हाथ धोएं
- सामाजिक दूरी बनाए रखें
- भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें
- बूस्टर डोज़ ज़रूर लगवाएं
- किसी भी लक्षण पर टेस्ट कराएं और आइसोलेट हों
भारत में स्थिति कैसी है?
हालांकि भारत में अभी तक इसके केस बहुत अधिक नहीं हैं, लेकिन तमिलनाडु, महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे राज्यों से कुछ संदिग्ध मामलों की रिपोर्टिंग हो चुकी है। केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट मोड में हैं, और स्वास्थ्य विभाग ने कोविड टेस्टिंग बढ़ा दी है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
AIIMS और ICMR के विशेषज्ञों का कहना है कि यह वेरिएंट भले ही नया हो, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है – यदि हम सतर्कता बरतें तो संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। सतर्कता और सामूहिक जिम्मेदारी ही इसका सबसे बड़ा इलाज है।
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