योगी ने सुहेलदेव की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया, अखिलेश का स्वर्ण प्रतिमा का वादा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच में चित्तौरा झील के पास 40 फुट ऊंची और 17 टन वजनी महाराजा सुहेलदेव की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने 11वीं सदी के इस महान शासक को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि महाराजा सुहेलदेव ने महमूद गजनवी के सेनापति गाजी सालार मसूद को 1033 के युद्ध में परास्त कर भारत की संस्कृति और धर्म की रक्षा की थी। योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने सुहेलदेव की विरासत को नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने वोट बैंक की राजनीति के चलते ऐसे महान नायकों को सम्मान नहीं दिया।

अखिलेश का स्वर्ण प्रतिमा का वादा
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में महाराजा सुहेलदेव के विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यदि 2027 में सपा की सरकार बनी, तो लखनऊ के गोमती रिवरफ्रंट पर महाराजा सुहेलदेव की स्वर्ण प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इस भव्य समारोह में सपा के कई वरिष्ठ नेता, जैसे पूर्व सांसद उदय प्रताप सिंह, राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल मौजूद थे। अखिलेश ने इस मौके पर कार्यकर्ताओं से 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटने का आह्वान किया।

राजभर समाज को लुभाने की कोशिश
महाराजा सुहेलदेव राजभर समुदाय के महान शासक माने जाते हैं, और भाजपा व सपा दोनों ही इस समुदाय को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश में हैं। योगी आदित्यनाथ ने बहराइच में अपने संबोधन में विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी तुष्टिकरण की राजनीति के कारण महान हस्तियों को सम्मान नहीं मिला। उन्होंने दावा किया कि विपक्ष का मुस्लिम वोट बैंक उन्हें विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ बोलने से रोकता है। दूसरी ओर, अखिलेश यादव ने स्वर्ण प्रतिमा के वादे के जरिए राजभर समाज को सपा के साथ जोड़ने की रणनीति अपनाई है।

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अखिलेश का भाजपा पर हमला
लखनऊ में सपा मुख्यालय में आयोजित विजय दिवस कार्यक्रम में अखिलेश यादव ने भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने भाजपा को बेईमान और धोखेबाज पार्टी करार देते हुए आरोप लगाया कि यह चुनावों में कदाचार में लिप्त रहती है। अखिलेश ने चुनाव आयोग से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने कार्यकर्ताओं को 2027 के चुनावों के लिए पूरी ताकत से जुटने का निर्देश दिया, ताकि सपा सत्ता में वापसी कर सके।

2027 के लिए सि यासी जंग शुरू
महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा को लेकर भाजपा और सपा के बीच शुरू हुई सियासी जंग 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों का संकेत दे रही है। योगी की कांस्य प्रतिमा और अखिलेश की स्वर्ण प्रतिमा की घोषणा से दोनों पार्टियां राजभर समुदाय के बीच अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश में हैं। यह मुकाबला न केवल प्रतीकात्मक है, बल्कि उत्तर प्रदेश की सियासत में इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता है। दोनों नेताओं के बयानों से साफ है कि 2027 का चुनावी माहौल अभी से गर्म होने लगा है।

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