आम आदमी पार्टी का भाजपा पर आरोप, बिजली कटौती को लेकर उठाए सवाल

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर दिल्ली और अन्य राज्यों में बिजली कटौती को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। AAP के नेताओं ने दावा किया है कि भाजपा शासित राज्यों में जानबूझकर बिजली संकट पैदा किया जा रहा है, जिससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

AAP का आरोप: जानबूझकर की जा रही है बिजली कटौती

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ताओं का कहना है कि दिल्ली सरकार ने बिजली आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं, लेकिन भाजपा के दबाव के कारण बिजली कंपनियां पर्याप्त आपूर्ति नहीं कर रही हैं। AAP ने आरोप लगाया कि भाजपा की मंशा है कि दिल्ली की जनता को परेशान कर राजनीतिक लाभ उठाया जाए।

भाजपा सरकारों पर निशाना

AAP नेताओं ने भाजपा शासित राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में भी बिजली कटौती की समस्या को उठाते हुए कहा कि वहां की सरकारें बिजली संकट का हल निकालने में विफल रही हैं। AAP ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने 24×7 बिजली की सुविधा दी है, लेकिन भाजपा इसे बाधित करने की कोशिश कर रही है।

AAP का दावा, मुफ्त बिजली योजना पर साजिश

आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा दिल्ली में मुफ्त बिजली योजना को असफल बनाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। AAP के नेताओं ने कहा कि जब से दिल्ली सरकार ने गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को मुफ्त बिजली देने की योजना चलाई है, तब से भाजपा इसे रोकने की कोशिश में लगी हुई है।

भाजपा का पलटवार

इस मुद्दे पर भाजपा की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है। भाजपा प्रवक्ताओं ने AAP के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि दिल्ली में बिजली आपूर्ति को लेकर कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं किया गया है। भाजपा ने कहा कि AAP अपनी नाकामी छुपाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रही है।

AAP की चेतावनी

आम आदमी पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर बिजली कटौती की समस्या जारी रही, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। AAP नेताओं ने कहा कि वे इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाएंगे और भाजपा सरकार की कथित नीतियों का खुलासा करेंगे।

बिजली कटौती का यह मामला राजनीतिक रूप से गर्माता जा रहा है। जहां एक ओर AAP भाजपा पर साजिश रचने का आरोप लगा रही है, वहीं भाजपा इन दावों को खारिज कर रही है। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर क्या राजनीतिक घटनाक्रम सामने आते हैं।

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