बिहार के रोहतास जिले में आयोजित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली उस वक्त सुर्खियों में आ गई, जब उन्होंने मंच पर ही बिहार पुलिस के एक जवान को फटकार लगा दी। यह वाकया तुरंत मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया।
क्या था पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, रैली के दौरान मंच पर सुरक्षा और भीड़-नियंत्रण की जिम्मेदारी बिहार पुलिस पर थी। इसी बीच एक पुलिसकर्मी की कार्यशैली से नाराज़ होकर अमित शाह ने उसे डांट दिया। शाह ने साफ शब्दों में कहा कि सुरक्षा व्यवस्था से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उनका यह सख्त अंदाज़ लोगों ने प्रत्यक्ष रूप से देखा।
अमित शाह का संदेश
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि रैली में आई जनता की सुरक्षा और व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शाह ने पुलिसकर्मी को फटकार लगाकर यह भी संकेत दिया कि सुरक्षा के मामले में छोटी सी चूक भी गंभीर नतीजे ला सकती है।
भीड़ का रिएक्शन
मंच से अचानक हुई इस घटना ने रैली में मौजूद लोगों का ध्यान खींचा। भीड़ कुछ देर के लिए शांत हो गई और फिर नारेबाजी शुरू हो गई। सोशल मीडिया पर भी इस वाकये का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। कई लोग इसे शाह की कड़क कार्यशैली का उदाहरण बता रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे मंच पर अनावश्यक अपमान कह रहे हैं।
विपक्ष का हमला
घटना के तुरंत बाद विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया। राजद और कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अमित शाह का यह व्यवहार बिहार पुलिस का अपमान है। उनका तर्क है कि सुरक्षा जवान अपना काम कर रहे थे, और सार्वजनिक मंच पर उन्हें फटकारना अनुचित है।
बीजेपी का बचाव
वहीं, बीजेपी नेताओं ने शाह का समर्थन किया और कहा कि गृह मंत्री का मकसद केवल यह सुनिश्चित करना था कि जनता और नेताओं की सुरक्षा में कोई कमी न रहे। उनका कहना है कि शाह की सख्ती को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।

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