आंध्र प्रदेश से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहाँ के एक उप-जेल से दो कैदी फिल्मी स्टाइल में फरार हो गए। बताया जा रहा है कि फरारी की पूरी घटना शुक्रवार शाम हुई, जिसने स्थानीय प्रशासन और पुलिस को हिलाकर रख दिया।
हथौड़े से हमला और चाबियों की चोरी
फरार होने वाले कैदियों में से एक, रविकुमार, जो पेंशन फंड गबन के मामले में बंद था, को जेल की रसोई में ले जाया गया। उसी दौरान रविकुमार ने हेड वार्डर पर हथौड़े से हमला कर दिया। इस हमले के दौरान वार्डर गंभीर रूप से घायल हो गए।हमले का फायदा उठाते हुए रविकुमार ने जेल की चाबियाँ छीनीं और मुख्य द्वार खोलकर फरार हो गया। वहीं, इस अफरा-तफरी का फायदा उठाकर चोरी के आरोप में बंद एक और कैदी भी मौके का फायदा लेकर जेल से भाग निकला।
पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
दोनों फरार कैदियों की तलाश में पुलिस टीमों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। जेल से फरारी की इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और जेल प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।स्थानीय लोग कह रहे हैं कि अगर कैदी हथौड़ा उठाकर आसानी से जेल से भाग सकते हैं, तो जेल का सिस्टम और सुरक्षा किस काम की है। इस मामले ने पुलिस और प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती पैदा कर दी है।
सवाल और विवाद
इस घटना ने समाज और मीडिया में कई सवाल पैदा कर दिए हैं क्या यह फरारी कैदियों की चालाकी और योजना का नतीजा थी?या फिर यह जेल प्रशासन की गंभीर लापरवाही और सुरक्षा में चूक का परिणाम है?विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी जेल में सुरक्षा व्यवस्था में ऐसी खामियां गंभीर परिणाम दे सकती हैं। इस तरह की घटनाओं से न सिर्फ प्रशासन की छवि धूमिल होती है, बल्कि सुरक्षा के सवाल भी उठते हैं।
संबंधित पोस्ट
इंडिया ब्लॉक की एकता: उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले खरगे का रात्रिभोज आयोजन
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: तारीखों की घोषणा अक्टूबर में, नवंबर में मतदान की संभावना
हजरतबल दरगाह विवाद उमर अब्दुल्ला ने धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रीय प्रतीक के इस्तेमाल पर सवाल उठाया