October 15, 2025

एशिया कप 2025: भारत-पाकिस्तान मुकाबले में हाथ न मिलाने का विवाद, अजहर और चोपड़ा की राय ने बढ़ाई टेंशन

एशिया कप 2025 का सुपर-4 चरण आज दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच हाई-वोल्टेज मुकाबले के साथ दहाड़ मारने को तैयार है। ग्रुप स्टेज में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से धूल चटाई थी, लेकिन उस जीत के बाद हाथ न मिलाने का विवाद सुर्खियों में छा गया। पाकिस्तानी टीम ने तो टूर्नामेंट से हटने की धमकी तक दे डाली, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के रेफरी रिची पाइक्रॉफ्ट की माफी के बाद वे यूएई के खिलाफ खेलने को राजी हुए। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने इस मुद्दे को ICC के सामने उठाया, जिससे विवाद और गहरा हो गया। अब पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन और पूर्व क्रिकेटर निखिल चोपड़ा की राय ने इस मुकाबले को क्रिकेट से कहीं ज्यादा रोमांचक बना दिया है। अजहर का तीखा बयान है कि अगर हाथ न मिलाना ही है, तो मैच ही न खेलें। आइए, इस पूरे ड्रामे को विस्तार से समझते हैं।

ग्रुप स्टेज का वो कड़वा मैच और हैंडशेक ड्रामा

ग्रुप स्टेज का भारत-पाकिस्तान मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में ताजा है। भारतीय गेंदबाजों की धार ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को ध्वस्त कर दिया, और सलामी जोड़ी ने चेज को आसान बना दिया। लेकिन मैच खत्म होने के बाद का सीन सबसे विवादास्पद रहा। भारतीय खिलाड़ी—खासकर गौतम गंभीर और सूर्यकुमार यादव—ने पाकिस्तानी टीम से हैंडशेक करने से इनकार कर दिया। सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल हो गया, और बहस छिड़ गई। पाकिस्तानी कैंप ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताते हुए ICC से शिकायत की। PCB के चेयरमैन ने कहा कि ये अपमानजनक है, जबकि भारतीय पक्ष ने इसे ‘प्रोटेस्ट’ का रूप दिया। इस घटना ने न सिर्फ दोनों देशों के फैंस को बांट दिया, बल्कि पूरे टूर्नामेंट का माहौल गरमा दिया। क्या ये सिर्फ एक छोटी सी नाराजगी थी, या इसके पीछे कुछ गहरा राज छिपा है?

अजहरूद्दीन का सख्त रुख: ‘मैच न खेलें तो बेहतर’

पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने इस विवाद पर बिना लाग-लपेट के अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, “हाथ मिलाने में क्या बुराई? मैच खेल रहे हो तो पूरी खेल भावना के साथ खेलो। अगर प्रोटेस्ट करना है, तो खेलने की जरूरत ही नहीं।” अजहर का मानना है कि ICC इवेंट या एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा लेना मतलब पूरे जोश के साथ उतरना। उनका बयान साफ है—अगर छोटी-मोटी बातों को तूल देकर प्रोटेस्ट करना है, तो मैदान पर कदम ही न रखें। अजहर की ये बातें न सिर्फ विवाद को हवा दे रही हैं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों के बीच एक नई बहस छेड़ रही हैं। फैंस का एक वर्ग उनके साथ है, जो कहता है कि खेल मैदान पर रहना चाहिए, न कि पॉलिटिक्स में। अजहर का ये स्टैंड भारत-पाकिस्तान रिश्तों की जटिलताओं को भी उजागर करता है, जहां क्रिकेट अक्सर सीमाओं से परे चला जाता है।

यह भी पढ़ें : मुंबई पुलिस पर बॉलीवुड का अन्याय? CM फडणवीस ने खोला राज, तकनीक और सुधार पर जोर!

निखिल चोपड़ा का अनुमान: मैदान पर तकरार की आहट?

दूसरी तरफ, पूर्व भारतीय क्रिकेटर निखिल चोपड़ा ने इस घटना को एक अलग कोण से देखा। उनका कहना है कि शायद मैच के दौरान कोई मौखिक झड़प हुई होगी। “मुझे लगता है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने कुछ गलत बातें कही होंगी, जिससे गंभीर और सूर्यकुमार ने हाथ न मिलाने का फैसला लिया,” चोपड़ा ने कहा। ये थ्योरी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। क्या वाकई मैदान पर कोई तीखी बात हुई, जो कैमरों से छिप गई? चोपड़ा का विश्लेषण बताता है कि क्रिकेट के ये मुकाबले सिर्फ रन और विकेटों के नहीं, बल्कि इमोशंस के भी होते हैं। अगर ये सही है, तो आज का सुपर-4 मैच और भी तल्ख हो सकता है। दोनों टीमों के खिलाड़ी अब क्या रुख अपनाएंगे—खेल भावना या पुरानी कसक?

आज के मुकाबले की उम्मीदें: विवाद से ऊपर क्रिकेट?

आज दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में होने वाला ये मैच सिर्फ अंक तालिका का नहीं, बल्कि सम्मान का भी है। भारत की मजबूत बैटिंग लाइनअप—पाकिस्तान के स्पिन अटैक का सामना करेगी। वहीं, पाकिस्तान की जोड़ी पर भरोसा करेगा। लेकिन हैंडशेक विवाद की छाया में ये मुकाबला एक टेस्ट केस बनेगा। ICC ने दोनों बोर्ड्स को खेल भावना का पालन करने की हिदायत दी है। फैंस की नजरें न सिर्फ स्कोर पर, बल्कि पोस्ट-मैच हैंडशेक पर भी होंगी। अजहर और चोपड़ा की राय ने तो आग में घी डाल दिया है—क्या ये विवाद सुलझेगा या और भड़केगा? एशिया कप 2025 का ये चैप्टर क्रिकेट इतिहास में याद रखा जाएगा। रहना है तो बस, आज का नतीजा देखना। क्या भारत फिर जीत की हैट्रिक लगाएगा, या पाकिस्तान बदला लेगा? उत्साह चरम पर है!

Share