मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने अमेरिका के साथ एक ऐतिहासिक व्यापार समझौता हासिल किया है। डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित 20% टैरिफ दर को बांग्लादेश ने स्वीकार किया, जो अनुमानित 37% की तुलना में 17 अंक कम है। इस समझौते को बांग्लादेश की आर्थिक कूटनीति की बड़ी जीत माना जा रहा है। यूनुस ने अपने बयान में कहा, “हमारे वार्ताकारों ने फरवरी से अमेरिकी अधिकारियों के साथ लगातार बातचीत की और एक ऐसा समझौता किया, जो न केवल बांग्लादेश के आर्थिक हितों की रक्षा करता है, बल्कि वैश्विक मंच पर हमारी स्थिति को भी मजबूत करता है।” इस उपलब्धि के लिए उन्होंने अपने वार्ताकारों की जमकर तारीफ की।
क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धियों से बेहतर स्थिति
बांग्लादेश सरकार ने शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक बयान में बताया कि डोनाल्ड ट्रंप ने 70 देशों के आयात पर 41% तक की नई टैरिफ दरों की घोषणा की थी। यह घोषणा द्विपक्षीय व्यापार समझौतों को अंतिम रूप देने की 1 अगस्त की समय सीमा से ठीक पहले की गई। बांग्लादेश को 20% की टैरिफ दर मिली, जो क्षेत्र के प्रमुख प्रतिस्पर्धियों जैसे श्रीलंका, वियतनाम, पाकिस्तान और इंडोनेशिया को मिली 19% से 20% की दरों के बराबर या उससे बेहतर है। इस समझौते ने बांग्लादेश के परिधान निर्यात की सापेक्ष प्रतिस्पर्धात्मकता को बनाए रखा है, जो देश की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तंभ है।
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भारत पर तंज, 25% टैरिफ का सामना
यूनुस सरकार ने अपने बयान में पड़ोसी देश भारत पर भी तंज कसा। बयान में कहा गया कि भारत अमेरिका के साथ व्यापक व्यापार समझौता करने में असफल रहा, जिसके कारण उसे 25% की भारी टैरिफ दर का सामना करना पड़ा। यूनुस ने कहा, “हमारा पड़ोसी देश बेहतर डील करने में नाकाम रहा, जबकि हमारे वार्ताकारों ने बांग्लादेश के हितों को प्राथमिकता दी।” यह समझौता बांग्लादेश को दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता बाजार तक बेहतर पहुंच प्रदान करता है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।
परिधान उद्योग और खाद्य सुरक्षा पर फोकस
बांग्लादेश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और प्रमुख वार्ताकार खलीलुर्रहमान ने इस समझौते की सफलता का श्रेय रणनीतिक वार्ता को दिया। उन्होंने कहा, “हमने अपनी बातचीत में राष्ट्रीय हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। परिधान उद्योग, जो लाखों लोगों की आजीविका का आधार है, हमारी पहली प्राथमिकता थी।” इसके अलावा, बांग्लादेश ने अपनी खरीद प्रतिबद्धताओं को अमेरिकी कृषि उत्पादों पर केंद्रित किया, जो देश के खाद्य सुरक्षा लक्ष्यों को समर्थन देता है। यह कदम अमेरिकी कृषि राज्यों के साथ सद्भावना को भी बढ़ावा देगा। खलीलुर्रहमान ने जोड़ा, “हम 35% के पारस्परिक टैरिफ से बचने में सफल रहे, जो हमारे परिधान क्षेत्र के लिए एक बड़ी राहत है।”
बांग्लादेश की वैश्विक ताकत का प्रदर्शन
यह व्यापार समझौता न केवल बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है, बल्कि वैश्विक मंच पर उसकी कूटनीतिक ताकत को भी दर्शाता है। यूनुस ने इसे देश की अर्थव्यवस्था के भविष्य को आकार देने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा, “यह समझौता बांग्लादेश को वैश्विक व्यापार में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित करता है।” इस डील से बांग्लादेश को अमेरिकी बाजार में अपनी स्थिति को और सुदृढ़ करने का अवसर मिलेगा, जिससे दीर्घकालिक आर्थिक लाभ की उम्मीद है।

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