दुर्गा पूजा का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। देशभर के पंडालों की सजावट और नए-नए थीम इस समय चर्चा का विषय हैं। लेकिन इस बार बेगूसराय का एक पंडाल कुछ खास वजह से सुर्खियों में है। हर साल बेगूसराय के पंडालों में कोई न कोई अलग थीम दिखाई देती है। इस बार एक पंडाल में ऐसा किया गया कि हर भक्त की नजरें वहीं टिक गईं।
ट्रंप को महिषासुर के रूप में प्रदर्शित किया गया
विष्णुपुर चांदनी चौक स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में इस बार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को महिषासुर के रूप में दिखाया गया है। जहां मां दुर्गा अपने भाले से महिषासुर का वध करती हैं, वहीं इस बार महिषासुर की जगह ट्रम्प का चेहरा लगाया गया है।मां दुर्गा अपने भाले से ट्रंप का वध करती दिख रही हैं, शेर ट्रंप पर गुर्रा रहा है, और ट्रंप का चेहरा दर्द और चीख से भरा हुआ नज़र आता है। यह प्रतिमा पंडाल में आने वाले हर भक्त का ध्यान खींच रही है और सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है।
थीम का संदेश
सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद का कहना है कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ा है, तब-तब मां दुर्गा ने अवतार लेकर उसका अंत किया है।उनके अनुसार इस थीम का संदेश यही है कि दुनिया से बुराई और अन्याय का अंत होगा और सुख-समृद्धि का प्रवाह आएगा।बेगूसराय के इस पंडाल ने इस बार दुर्गा पूजा को एक नया और अनोखा मोड़ दे दिया है। पंडाल की सजावट और थीम ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे धार्मिक पर्व समाज में संदेश और चेतना भी फैलाते हैं।
सामाजिक और धार्मिक दृष्टिकोण
हालांकि, इस तरह की अनोखी थीम कभी-कभी सामाजिक बहस का विषय बन जाती है। कुछ लोग इसे रचनात्मक और विचारोत्तेजक मानते हैं, तो कुछ का मानना है कि इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँच सकती है।आपको क्या लगता है – क्या इस तरह की थीम बनाना चाहिए, जो समाज में संदेश भी दे, या इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़कर देखना चाहिए?
संबंधित पोस्ट
ट्रंप का दावा: टैरिफ से कमाए अरबों डॉलर और युद्ध रोके, खुद को साबित किया ‘पीसकीपर’
पवन सिंह ने तोड़ी चुप्पी: पत्नी ज्योति सिंह विवाद, जनता के प्रति भावनाओं का किया सम्मान..
लखनऊ जेल में समाजवादी नेता गायत्री प्रसाद पर हमला सुरक्षा पर उठे सवाल