September 9, 2025

दिल्ली कोर्ट ने रॉबर्ट वाड्रा को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जारी किया नोटिस

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने शनिवार को बिजनेसमैन और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा को मनी लॉन्ड्रिंग के एक हाई-प्रोफाइल मामले में नोटिस जारी किया। यह नोटिस गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव में जमीन सौदे से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर चार्जशीट के बाद जारी किया गया है। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 28 अगस्त को निर्धारित की है। इस नोटिस का उद्देश्य अदालत द्वारा केस का संज्ञान लेने से पहले सभी आरोपियों का पक्ष सुनना है। चार्जशीट में वाड्रा सहित तीन व्यक्तियों और आठ कंपनियों को आरोपी बनाया गया है।

गुरुग्राम जमीन सौदे में आरोप

यह मामला गुरुग्राम के सेक्टर-83 में शिकोहपुर गांव से संबंधित है, जहां रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के जरिए 2008 में 7.5 करोड़ रुपये में 3.5 एकड़ जमीन खरीदी थी। आरोप है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस जमीन के 2.7 एकड़ हिस्से को तुरंत कमर्शियल लाइसेंस प्रदान किया, जिसके बाद वाड्रा ने इसे डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया। इस तरह, मात्र चार महीनों में वाड्रा ने लगभग 50 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। ईडी का दावा है कि इस सौदे में ‘अपराध की आय’ जुटाई गई, जिसके आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया।

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ईडी की कार्रवाई और संपत्ति जब्ती

प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए वाड्रा और उनकी कंपनी से जुड़ी 37 करोड़ रुपये से अधिक की 43 संपत्तियों को जब्त किया है। यह कार्रवाई 2018 में गुरुग्राम पुलिस द्वारा दर्ज एक एफआईआर के आधार पर शुरू हुई, जिसमें जमीन सौदे में धोखाधड़ी का आरोप था। ईडी ने चार्जशीट में वाड्रा के साथ-साथ ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज और इसके डायरेक्टर सत्यानंद याजी और के एस विर्क को भी आरोपी बनाया है।

गांधी परिवार पर बढ़ता कानूनी शिकंजा

यह मामला गांधी परिवार के लिए मुश्किलें बढ़ाने वाला है। पिछले तीन महीनों में यह दूसरी बार है जब ईडी ने गांधी परिवार से जुड़े लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। इससे पहले 17 अप्रैल को नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी। इसके अलावा, वाड्रा के खिलाफ हरियाणा और राजस्थान में जमीन सौदों और फरार आर्म्स डीलर संजय भंडारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में भी जांच चल रही है।

अन्य मामलों में भी जांच

रॉबर्ट वाड्रा पर हरियाणा और राजस्थान में जमीन सौदों से संबंधित कई अन्य मामलों में भी जांच चल रही है। इन सौदों के दौरान हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार थी, और केंद्र में यूपीए सरकार थी। आरोप है कि वाड्रा को विशेष रियायतें दी गईं, जिससे उनकी संपत्तियों को कृषि से कमर्शियल और रेजिडेंशियल उपयोग के लिए परिवर्तित किया गया, जिससे उन्हें भारी मुनाफा हुआ। संजय भंडारी से जुड़े मामले में भी वाड्रा पर लंदन और दुबई में संपत्तियां खरीदने में सहायता लेने का आरोप है।

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