October 15, 2025

दिल्ली सरकार का छात्रों के लिए नया राष्ट्रीय चेतना पाठ्यक्रम

दिल्ली सरकार ने अपने सरकारी स्कूलों में छात्रों को देशभक्ति और राष्ट्रीय मूल्यों के महत्व को समझाने के लिए नई शैक्षिक पहल की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य युवाओं को न केवल इतिहास की जानकारी देना है, बल्कि उन्हें समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनाने में मदद करना है।

इस पाठ्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्य और महत्व को भी पढ़ाया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, यह पहल ‘राष्ट्रीय नीति’ के तहत शुरू की गई है और इसके माध्यम से छात्रों में सामाजिक चेतना और देशभक्ति की भावना को मजबूत किया जाएगा।

पाठ्यक्रम का शुभारंभ और शिक्षक मैनुअल

इस महीने की शुरुआत में, भारत मंडपम में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस पाठ्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया। साथ ही शिक्षकों के लिए एक विशेष शिक्षक मैनुअल जारी किया गया, जो उन्हें कक्षा में इस पाठ्यक्रम को प्रभावी ढंग से पढ़ाने में मदद करेगा।

इस मैनुअल में छात्रों के लिए रोचक और इंटरैक्टिव तरीकों से RSS और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को पढ़ाने के लिए सुझाव दिए गए हैं। इसके जरिए बच्चों में देशभक्ति की भावना और सामाजिक जिम्मेदारी को विकसित किया जाएगा।

सिलेबस और वितरण

अधिकारियों ने बताया कि यह नया सिलेबस फिलहाल जांच प्रक्रिया में है। अक्टूबर के अंत तक या नवंबर की दूसरी सप्ताह तक इसे सभी सरकारी स्कूलों में कागज़ी रूप में वितरित किया जाएगा।

इस पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्र न केवल इतिहास और राष्ट्रीय योगदान के बारे में जानेंगे, बल्कि वे यह भी समझ सकेंगे कि कैसे वे अपने समाज और देश के विकास में योगदान कर सकते हैं।

शिक्षा विशेषज्ञों की राय

शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल छात्रों के लिए लाभकारी साबित होगी। यह केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि उनके चरित्र और सामाजिक समझ को भी बढ़ाएगी।

विशेषज्ञों के अनुसार, इस पाठ्यक्रम से छात्रों में देशभक्ति, नैतिक मूल्यों और समाज सेवा की भावना मजबूत होगी। इससे नई पीढ़ी अपने देश और समाज के प्रति अधिक जिम्मेदार और जागरूक नागरिक बन सकेगी।

दिल्ली सरकार की यह नई शैक्षिक पहल छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। RSS और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को पढ़ाने से छात्रों में राष्ट्रीय चेतना और जिम्मेदारी की भावना बढ़ेगी।

इस पहल का उद्देश्य केवल शिक्षा देना नहीं है, बल्कि छात्रों में देशभक्ति और समाज सेवा की भावना को मजबूत करना है। आने वाले समय में यह पाठ्यक्रम छात्रों के व्यक्तित्व और समाज में उनके योगदान को नए स्तर पर ले जाएगा।

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