अमेरिका में एच-1बी वीज़ा कार्यक्रम के तहत विदेशी डॉक्टरों और विशेषज्ञों को रोजगार देने के लिए हाल ही में $100,000 शुल्क लागू किया गया था। इस कदम को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 19 सितंबर को लागू किया था। इसका उद्देश्य कुछ गैर-आप्रवासी श्रमिकों के प्रवेश को सीमित करना बताया गया।हालांकि, हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉक्टरों को इस नए शुल्क से छूट मिल सकती है। यह छूट उन अस्पतालों और स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जो दूरदराज और ग्रामीण इलाकों में काम करने के लिए विदेशी प्रशिक्षित डॉक्टरों पर निर्भर हैं।

H-1B वीज़ा कार्यक्रम का महत्व
एच-1बी वीज़ा कार्यक्रम अमेरिका में स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन के लिए अत्यंत आवश्यक माना जाता है। कई अस्पताल और मेडिकल सेंटर मेडिकल रेजिडेंट और विशेषज्ञ लाने के लिए इस वीज़ा पर निर्भर करते हैं।विशेषकर ऐसे क्षेत्रों में, जहाँ स्थानीय अमेरिकी प्रशिक्षित डॉक्टर काम करने के लिए नहीं आते, वहां यह वीज़ा कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता और गुणवत्ता सुनिश्चित करता है।
छूट का प्रभाव और लाभ
इस फैसले से अमेरिका के दूरदराज इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं पर नकारात्मक प्रभाव कम होगा।डॉक्टरों की कमी के कारण होने वाली समस्याओं को नियंत्रित करने में यह छूट मददगार साबित होगी।विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम विदेशी प्रशिक्षित डॉक्टरों और उनके परिवारों के लिए सुविधा और सुरक्षा दोनों प्रदान करता है।इस छूट से डॉक्टरों को अमेरिका में काम करने में आसानी होगी, जिससे स्वास्थ्य प्रणालियों की दक्षता और रोगियों की सेवा बेहतर होगी।
स्वास्थ्य प्रणाली और रोजगार पर असर
एच-1बी वीज़ा में छूट लागू होने से अमेरिकी स्वास्थ्य प्रणाली में स्थिरता और कार्य क्षमता बनी रहेगी।विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को पूरा करने में विदेशी डॉक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।इस कदम से मरीजों को बेहतर इलाज, अस्पतालों को पर्याप्त स्टाफ और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
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