केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में ‘फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन-ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम’ (एफटीआई-टीटीपी) को पांच और हवाई अड्डों पर शुरू किया है। यह पहल पूर्व-सत्यापित भारतीय नागरिकों और प्रवासी भारतीय (ओसीआई) कार्डधारकों के लिए आव्रजन प्रक्रिया को तेज और सुगम बनाती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को बाधा मुक्त और त्वरित आव्रजन सुविधा प्रदान करना है, जिससे उनका यात्रा अनुभव बेहतर हो।
कार्यक्रम का विस्तार: नए हवाई अड्डों पर शुरूआत
यह विशेष पहल सबसे पहले जुलाई में नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुरू की गई थी। इसके दो महीने बाद इसे सात अन्य प्रमुख हवाई अड्डों—मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि और अहमदाबाद में लागू किया गया। अब, बृहस्पतिवार को इस कार्यक्रम का विस्तार लखनऊ, तिरुवनंतपुरम, तिरुचिरापल्ली, कोझिकोड और अमृतसर के हवाई अड्डों तक किया गया है। इस विस्तार के साथ, कुल 13 हवाई अड्डों पर यह सुविधा उपलब्ध हो चुकी है, जो भारत के अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा नेटवर्क को और मजबूत करती है।
सुगम और त्वरित आव्रजन प्रक्रिया
फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य यात्रियों के लिए आव्रजन प्रक्रिया को सरल और त्वरित बनाना है। इस कार्यक्रम के तहत, पूर्व-सत्यापित यात्रियों को ई-गेट्स के माध्यम से तेजी से आव्रजन मंजूरी दी जाती है। गृह मंत्री अमित शाह ने एक डिजिटल कार्यक्रम में कहा, “यह पहल आव्रजन प्रक्रिया को सरल, तेज और बाधा मुक्त बनाती है।” उन्होंने यह भी बताया कि इस सुविधा का सबसे अधिक लाभ ओसीआई कार्डधारकों और बार-बार विदेश यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों को मिलेगा।
इस प्रोग्राम के तहत, यात्री अपने दस्तावेजों का पूर्व-सत्यापन करा सकते हैं, जिसके बाद उन्हें हवाई अड्डों पर लंबी कतारों में इंतजार नहीं करना पड़ता। यह सुविधा विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए उपयोगी है जो समय की बचत और सुगम यात्रा अनुभव को प्राथमिकता देते हैं।
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अब तक की उपलब्धियां
इस कार्यक्रम की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब तक तीन लाख से अधिक लोग इसके लिए पंजीकरण करा चुके हैं। इनमें से 2.65 लाख यात्रियों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है। अधिकारियों के अनुसार, ई-गेट्स के माध्यम से हजारों यात्रियों को त्वरित आव्रजन मंजूरी मिल चुकी है, जिसने इस प्रोग्राम की प्रभावशीलता को साबित किया है। यह प्रणाली न केवल समय बचाती है, बल्कि हवाई अड्डों पर भीड़ को कम करने में भी मदद करती है।
भविष्य की योजनाएं
फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन प्रोग्राम का विस्तार भारत सरकार की उस सोच को दर्शाता है, जिसमें तकनीक के उपयोग से नागरिकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएं। भविष्य में इस प्रोग्राम को और अधिक हवाई अड्डों तक विस्तार देने की योजना है, ताकि अधिक से अधिक यात्री इसका लाभ उठा सकें। यह पहल न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक है, बल्कि भारत को वैश्विक यात्रा केंद्र के रूप में और मजबूत करने में भी योगदान देगी।

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