केरल के कोल्लम से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरे राज्य को झकझोर दिया।एक पति ने अपनी ही पत्नी के चेहरे पर उबलती फिश करी फेंक दी।कारण?महिला ने काला जादू के एक कथित रिचुअल में हिस्सा लेने से मना कर दिया था।21वीं सदी में भी ऐसी सोच सवाल खड़े कर रही है।
महिला की गरिमा पर सीधा प्रहार
पत्नी का अपराध इतना भर था कि उसने अंधविश्वास में हिस्सा लेने से इनकार किया।लेकिन पति की प्रतिक्रिया हिंसा, बदसलूकी और अमानवीय क्रूरता।ये घटना सिर्फ घरेलू हिंसा नहीं…महिला की स्वतंत्रता और गरिमा पर सीधा हमला है।
घटना ऐसे खुली पड़ोसियों की चीखें, दौड़कर बचाया
महिला की चीख सुनकर पड़ोसी तुरंत मौके पर पहुँचे।उन्होंने तुरंत महिला को अस्पताल पहुँचाया।डॉक्टर्स के मुताबिक उसके चेहरे पर गंभीर जलन है।उबलती करी ने त्वचा को बुरी तरह झुलसा दिया।फिलहाल महिला का इलाज जारी है।
आरोपी पति गिरफ्तार पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
स्थानीय पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी पति को तुरंत गिरफ्तार कर लिया।पुलिस के अनुसार मामला अंधविश्वास, घरेलू हिंसा और महिला सुरक्षा से जुड़ा है।केस दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
अंधविश्वास की जड़ें आज भी समाज में मौजूद खतरनाक मानसिकता
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अंधविश्वास अभी भी कई घरों, कई दिमागों और कई रिश्तों में ज़हर की तरह घुला हुआ है।कथित काला जादू, टोना-टोटका और “रिचुअल्स” आज भी लोगों को हिंसा पर उतार देते हैं।सवाल यह है क्या कोई रिचुअल इतना बड़ा हो सकता है कि इंसानियत ही भूल जाए?
महिला सुरक्षा का मुद्दा कानून मजबूत, मानसिकता कमजोर
भारत में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कानून हैं।लेकिन जब सोच और समाज के भीतर बैठे अंधविश्वास नहीं बदलते—
तब ऐसी घटनाएँ रुकती नहीं।यह घटना सिर्फ कोल्लम की नहीं पूरे समाज के लिए चेतावनी है।
सबसे बड़ा सवाल काला जादू बड़ा या इंसानियत?
आज देश पूछ रहा है एक महिला की इच्छा, उसका “ना” कहने का अधिकार क्या वह किसी रिचुअल या अंधविश्वास से छोटा है?जवाब साफ है इंसानियत हमेशा बड़ी है।और जब तक समाज यह नहीं समझेगाऐसी घटनाएँ होती रहेंगी।

 
                                               
                                               
                                               
                                               
                                               
                 
                   
                   
                   
                  
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