August 29, 2025

भारत-पाक बातचीत कश्मीर और आतंकवाद पर सख्त रुख, भारत ने दिया स्पष्ट जवाब

पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने एक बार फिर भारत से बातचीत की बात कही है। इशाक डार ने कहा कि इस्लामाबाद भारत के साथ कश्मीर समेत “सभी मुद्दों” पर बातचीत करने को तैयार है। उन्होंने संकेत दिया कि वे किसी एक विषय तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि व्यापक एजेंडा लेकर चर्चा करना चाहते हैं।लेकिन भारत ने इस पर दो टूक शब्दों में अपना रुख साफ कर दिया है। भारत सरकार का कहना है कि बातचीत केवल दो अहम मुद्दों पर ही होगी पहला पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (POK) और दूसरा आतंकवाद। भारत की नीति बिल्कुल स्पष्ट है कि जब तक सीमा पार से आतंकवाद बंद नहीं होगा, तब तक कोई भी अन्य मुद्दा चर्चा के लिए नहीं उठाया जाएगा।

ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत का सख्त रवैया

यह स्पष्ट रुख ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सामने आया है। 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने सीमा पार आतंकवादियों के ठिकानों पर कड़ी कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई ने भारत के इरादों को मजबूत किया है कि देश अब आतंकवाद पर बिना समझौता किए जवाब देता रहेगा।भारत ने यह संदेश स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। यही कारण है कि बातचीत की शर्तें भी साफ़ और सख्त रखी गई हैं।दोस्तों, आज का भारत न केवल सुनता है बल्कि सीधा और निर्णायक जवाब भी देता है। इस स्थिति में आप क्या सोचते हैं? क्या भारत का यह रुख सही है? क्या इससे स्थिरता और शांति सुनिश्चित हो सकेगी?आपके विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर बताएं।भारत-पाक बातचीत की दिशा अब स्पष्ट हो चुकी है। कश्मीर और आतंकवाद पर ही फोकस रहेगा। इस दौर में शांति और सुरक्षा की चाह रखने वाले हर नागरिक के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इन मसलों पर देश की नीति को समझें और इस पर गंभीरता से विचार करें। हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में दोनों देशों के बीच संवाद से स्थायी शांति स्थापित हो और क्षेत्र में सुरक्षा का माहौल बने। तब तक भारत का सख्त रुख ही इसकी गारंटी है।

Share