वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी
हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर गंभीर आरोप लगाए। इस वीडियो में इरफान ने दावा किया कि 2008 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान धोनी ने मीडिया में उनकी गेंदबाजी की आलोचना की थी। इतना ही नहीं, इरफान ने यह भी कहा कि धोनी उन खिलाड़ियों को तरजीह देते थे जो उनके कमरे में हुक्का भरते थे। इस बयान ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी, और अब पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने इन आरोपों पर तीखा पलटवार किया है।
आकाश चोपड़ा ने खारिज किए आरोप
आकाश चोपड़ा ने इरफान पठान के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि एक कप्तान का मुख्य लक्ष्य हमेशा अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम चुनना होता है, जो मैदान पर जीत हासिल कर सके। चोपड़ा ने स्पष्ट किया कि कप्तान के कमरे में क्या होता है, इससे उसका निर्णय प्रभावित नहीं होता। उन्होंने कहा, “एक सफल कप्तान इन छोटी-मोटी बातों से ऊपर होता है। उसे सिर्फ यह देखना होता है कि उसकी टीम में ऐसे खिलाड़ी हों जो दबाव में अच्छा प्रदर्शन कर सकें।” चोपड़ा ने इरफान के हुक्का वाले बयान को खारिज करते हुए कहा कि यह आरोप बेबुनियाद हैं और कप्तान के चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाना गलत है।
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कप्तान का चयन और पक्षपात का सवाल
आकाश चोपड़ा ने अपने बयान में यह भी उल्लेख किया कि यह सामान्य है कि कप्तान या कोच अपने क्षेत्र के खिलाड़ियों को अधिक मौके दें। इसके पीछे कारण यह है कि उन्होंने उन खिलाड़ियों के साथ अधिक समय बिताया होता है और उनकी क्षमताओं को करीब से देखा होता है। चोपड़ा ने कहा, “अगर आपने किसी खिलाड़ी को दबाव में अच्छा प्रदर्शन करते देखा है, तो स्वाभाविक रूप से आप उसे चुनना चाहेंगे। यह पक्षपात नहीं, बल्कि विश्वास की बात है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कप्तान का एकमात्र उद्देश्य ऐसी टीम बनाना होता है जो जीत की ओर ले जाए।
धोनी की कप्तानी पर सवाल
इरफान पठान ने धोनी की कप्तानी में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। उनके इस बयान ने धोनी की कप्तानी और चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए। हालांकि, आकाश चोपड़ा ने धोनी का बचाव करते हुए कहा कि एक कप्तान का काम सिर्फ मैदान पर रणनीति बनाना नहीं, बल्कि ऐसी टीम तैयार करना है जो हर परिस्थिति में जीत सके। उन्होंने कहा, “कप्तान के कमरे में कितने लोग बैठते हैं या क्या होता है, यह कोई मायने नहीं रखता। एक सफल कप्तान का ध्यान सिर्फ जीत पर होता है।”
क्रिकेट जगत में बहस
इरफान पठान के बयान और आकाश चोपड़ा के जवाब ने क्रिकेट प्रशंसकों के बीच नई बहस छेड़ दी है। जहां कुछ लोग इरफान के बयान को सनसनीखेज मान रहे हैं, वहीं अन्य लोग चोपड़ा के तर्कों से सहमत हैं। यह विवाद क्रिकेट इतिहास के उन पन्नों को फिर से खोल रहा है, जहां कप्तानी और खिलाड़ियों के चयन पर सवाल उठते रहे हैं।
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