December 10, 2025

नागपुर की ‘लुटेरी दुल्हन’ समीरा फातिमा ने 8 शादियां कर लाखों की ठगी की, 9वें शिकार से पहले पकड़ी गई

आज की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट जैसी लगती है, लेकिन यह हकीकत है।नागपुर से सामने आई यह घटना सबको चौंका रही है।यह कहानी है समीरा फातिमा नाम की एक लुटेरी दुल्हन की, जिसने एक-दो नहीं बल्कि आठ पुरुषों से शादी की और उनसे लाखों रुपये की ठगी कर डाली।पुलिस ने खुलासा किया है कि जब समीरा अपना नौवां शिकार तलाश रही थी, उसी वक्त उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।इस गिरफ्तारी के बाद एक बड़े शादी में ठगी गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें समीरा अकेली नहीं, बल्कि पूरे नेटवर्क के साथ काम कर रही थी।

कौन है समीरा फातिमा?

समीरा फातिमा एक पढ़ी-लिखी, तेज़ दिमाग वाली महिला है और पेशे से शिक्षिका है।बाहरी तौर पर वह एक सामान्य और घरेलू महिला दिखती थी, लेकिन असल में वह एक खतरनाक और योजनाबद्ध ठग निकली।उसका तरीका बेहद चालाक था सोशल मीडिया और रिश्तेदारों के ज़रिए वह शिकार ढूंढती।खुद को संस्कारों से भरी महिला, घर-परिवार की जिम्मेदार, और साफ-सुथरी पृष्ठभूमि वाली बता कर भरोसा जीतती।शादी होते ही शुरू होता था उसका असली खेल बीमारी, कर्ज़, या परिवार की मजबूरी के बहाने पैसे मांगना फिर ब्लैकमेलिंग अगर पैसा नहीं दिया तो दहेज उत्पीड़न या घरेलू हिंसा का केस कर दूंगी…

पुलिस को कैसे लगी भनक?

इस ब्लैकमेलिंग गैंग का भांडा तब फूटा जब एक सजग युवक को दुल्हन समीरा में कुछ गड़बड़ महसूस हुई।उसने शादी से पहले ही पुलिस को सूचित किया।पुलिस ने एक जाल बिछाया और जब समीरा अपने संभावित 9वें शिकार से मिलने आई तो उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।

बड़ा गिरोह और कई शहरों में सक्रिय

पुलिस जांच में पता चला है कि समीरा एक गिरोह के साथ मिलकर यह काम कर रही थी। उनका उद्देश्य होता था । जल्दी-जल्दी शादी करवाना पैसे ऐंठना फिर ग़ायब हो जाना या फर्जी केस में फंसा देनाअब पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि यह गिरोह देश के किन-किन शहरों में सक्रिय रहा है और कितने पुरुष इस शादी-ठगी रैकेट के शिकार बने हैं।

    IPC की धाराओं में केस दर्ज

    पुलिस ने समीरा फातिमा पर IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी)120B (आपराधिक साजिश) और 384 (जबरन वसूली/ब्लैकमेल) के तहत केस दर्ज किया है।अगर अदालत में दोष साबित होता है, तो समीरा और उसके साथियों को 7 से 10 साल तक की सजा हो सकती है।

    समाज पर असर और सबक

    शादी एक पवित्र बंधन माना जाता है, लेकिन जब इसे ठगी का ज़रिया बना दिया जाए तो इससे सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरा समाज आहत होता है।इस मामले ने एक बार फिर दिखा दिया कि शादी से पहले बैकग्राउंड चेक करना कितना ज़रूरी है भावनाओं के साथ-साथ विवेक से फैसला लेना चाहिए और ऐसे मामलों की कानूनी जानकारी और सतर्कता आज की ज़रूरत है

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