राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ‘Run for Unity’ कार्यक्रम में ऐसा संदेश दिया जो दिलों को छू गया। उन्होंने कहा— “एकता सिर्फ शब्द नहीं, भारत की आत्मा है।” कार्यक्रम के दौरान जैसे ही उन्होंने झंडी दिखाई, भीड़ जोश से भर उठी। हर तरफ गूंज रहा था — “सरदार वल्लभभाई पटेल अमर रहें!” मुख्यमंत्री का यह संबोधन सिर्फ एक औपचारिकता नहीं था, बल्कि एक संदेश था हर भारतीय के लिए — कि अगर आज हम एक हैं, तो यह सरदार पटेल जैसे महान नेताओं की देन है।
562 रियासतों से एक भारत तक: लौहपुरुष की प्रेरणा
आज़ादी के समय भारत बिखरा हुआ था — 562 रियासतें, अलग-अलग राजघराने, अलग-अलग शासन। लेकिन उस दौर में एक व्यक्ति था जिसने इस बिखरे हुए भारत को जोड़ने की ठानी — सरदार वल्लभभाई पटेल। उनकी कूटनीति, दृढ़ निश्चय और “एक भारत” की भावना ने हमें वो भारत दिया, जो आज एक झंडे के नीचे खड़ा है। CM भजनलाल शर्मा ने कहा —“आज के भारत को भी पटेल की वही प्रेरणा चाहिए… वही हिम्मत चाहिए, जिससे हम हर तरह की विभाजनकारी सोच को हर सकें।”
आज की चुनौतियाँ — विचारों और समाज की एकता जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी भारत में एकता की सबसे बड़ी चुनौती विचारों में है। धर्म, जाति, भाषा और राजनीति के नाम पर खिंचती रेखाएँ हमारी एकजुटता को कमजोर करती हैं। उन्होंने पूछा “क्या Unity सिर्फ दौड़ में दिखेगी? या समाज और राजनीति में भी झलकेगी?” उनका यह सवाल हर भारतीय से था — क्या हम सच में एकता के उस संदेश को जी रहे हैं, जो सरदार पटेल ने दिया था?
Statue of Unity: भारत की पहचान, गर्व का प्रतीक
कार्यक्रम में CM भजनलाल शर्मा ने Statue of Unity का भी उल्लेख किया — दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ति, जो सिर्फ सरदार पटेल की प्रतिमा नहीं, बल्कि भारत की एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा “Statue of Unity हमें याद दिलाती है कि भारत की शक्ति उसकी विविधता में नहीं, उसकी एकता में है।”
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस संदेश को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं — क्योंकि एकता केवल नारे से नहीं, व्यवहार और जिम्मेदारी से बनती है।
Run for Unity — युवाओं के जोश से राष्ट्र की एकता तक
मुख्यमंत्री ने कहा कि “Run for Unity” सिर्फ एक दौड़ नहीं, बल्कि एक संवेदनशील आंदोलन है। जब युवा देश की एकता के लिए दौड़ते हैं, तो ये दिखाता है कि भारत का भविष्य मजबूत है। उन्होंने कहा “जब युवा आगे बढ़ते हैं, तो देश पीछे नहीं रहता।” यह कार्यक्रम हर भारतीय को याद दिलाता है कि एकता कोई बीती हुई कहानी नहीं — यह हर दिन जीने की सोच है।
एकता का संदेश: भारत की ताकत
भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन के अंत में कहा —“एकता होगी, तभी भारत मजबूत होगा। सरदार पटेल का रास्ता आज भी हमारे लिए मार्गदर्शक है।” उनका संदेश साफ था — एकता सिर्फ भौगोलिक नहीं, बल्कि मानसिक, सामाजिक और सांस्कृतिक एकता होनी चाहिए। उन्होंने युवाओं से कहा कि देश की अखंडता की दौड़ हर भारतीय के दिल में होनी चाहिए।
एकता की लौ जलाए रखनी होगी
आज जब समाज विभाजन की राजनीति और वैचारिक मतभेदों में उलझा है, तब भजनलाल शर्मा का यह संदेश आशा की किरण बनकर सामने आता है। उन्होंने जो बात कही —“संस्कृति तभी जीवित रहती है जब संविधान, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और कानून— तीनों का सम्मान किया जाए।” वह आज के भारत के लिए दिशा दिखाने वाली बात है।
Run for Unity को हमें सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राष्ट्रीय चेतना का उत्सव मानना चाहिए. क्योंकि यही वह दौड़ है जो भारत को आगे बढ़ाती है, जोड़ती है, और सशक्त बनाती है।

 
                                               
                                               
                                               
                                               
                                               
                 
                   
                   
                   
                  
संबंधित पोस्ट
फर्रुखाबाद कोचिंग सेंटर धमाका: 1 की मौत, 6 घायल, प्रशासन ने जांच तेज़ की
लेफ्टिनेंट पारुल धारीवाल: परंपरा और प्रेरणा की मिसाल
इंडियन एयरफोर्स अग्निवीर वायु भर्ती 2025: 12वीं पास के लिए सुनहरा मौका